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रुद्रप्रयाग में धड़ल्ले से बेची जा रही है शराब, विधायक ने खोली पोल..

जहा हमारा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है वही कुछ लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आते अब आप ताजा मामला रुद्रप्रयाग का ही देख लो जहाँ शराब धड़ल्ले से बेची जा रही है. इनपर lockdown का कोई असर नहीं है. दरअसल रुद्रप्रयाग में शराब की दुकानों में चोरी छिपे जमकर शराब बिकने की शिकायतें आ रही है लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी बेपरवाह बने हुए हैं या फिर कार्यवाही ही नही करना चाहते, ऐसे में आबकारी विभाग पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम त्रिवेन्द्र रावत की कोरोना संक्रमण रोकने के लिए चलाई जा रही लॉकडाउन की मुहिम को पलीता लगाते हुए दिख रहे हैं।

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दरअसल मामला तब खुला जब केदारनाथ विधायक मनोज रावत कुंड से वापस अगस्त्यमुनि आ रहे थे, जैसे ही उनका वहां वाहन काकड़ा गाड़ की शराब की दुकान के पास से गुजरा तो वो ये देख भौचक्के रह गए कि लॉकडाउन के बावजूद शराब की दुकान में भारी भीड़ लगी हुई है। विधायक ने इसकी सूचना प्रशासन के अधिकारियों, आबकारी विभाग के अधिकारियों व पुलिस को दी। विधायक का कहना है की इसके बाद प्रशासन मौके पर पहुचा तब जाकर कई लोग भागते हुए नजर आए।

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केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा कि शराब की दुकानें लॉकडाउन के पहले दिन ही नियमानुसार सील की जानी चाहिए थी, लेकिन दुकानों को सील न किया जाना अधिकारियों की बडी लापरवाही या मिलीभगत है। ओर गांव गांव से उन्हें लगातार शराब बिक्री की शिकायत आ रही हैं ऐसे में ये शराब आखिर कहां से गांव गांव पहुच रही है।

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वहीं आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विधायक जी की शिकायत के बाद मौके पर पहुचे प्रशासन को कुछ नही मिला, लेकिन अब सभी शराब की दुकानों को सीज किया जा रहा है पूरे मामले में बड़ा सवाल ये है कि आखिर जब 1 दिन के लिए भी शराब की दुकान बंद तो तो आबकारी विभाग के अधिकारी उसे नियमानुसार 1 दिन के लिए सील करते हैं लेकिन लॉकडाउन के दो हफ्ते से भी ज्यादा समय तक शराब की दुकानों को आखिर सील क्यों नही किया गया। ऐसे में आबकारी विभाग पर सवाल उठना लाजमी है।


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