उत्तराखंड के लिए अब एक बड़ी खुशखबरी है क्यूंकि बहुत जल्द प्रदेश में 190 सरकारी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खुलने वाले हैं। यह उन लोगों के लिए बड़ी खबर है जो महंगी शिक्षा के नाम पर अपने बच्चों को अब तक इससे वंचित रखते थे। और इसके साथ ही पलायन को रोकने के लिए भी यह योजना बड़ी गेमचेंजर साबित हो सकती है। अब उत्तराखंड के सरकारी विद्यालय भी कुछ समय बाद निजी स्कूलों को पटखनी देते नजर आएंगे। इस कड़ी में सरकार पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर प्रदेश के सभी 95 विकासखंडों में अंग्रेजी माध्यम के दो-दो स्कूल खोलने जा रही है।
कक्षा एक से 12वीं तक के ये स्कूल सीबीएसई से संबद्ध होंगे और इनके लिए शिक्षकों का कैडर भी अलग से होगा। आपको बता दें उत्तराखंड में संख्या में प्राथमिक से लेकर माध्यमिक तक के सरकारी स्कूल तो खुले हैं, मगर ये अभिभावकों और नौनिहालों को अपनी और नहीं खींच पा रहे। इसके उलट निजी स्कूलों में दाखिले को मारामारी जैसे हालात नजर आते हैं। अब उत्तराखंड सरकार की मंशा निजी स्कूलों से दो-दो हाथ करने की है। उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री पांडेय ने बताया कि योजना के तहत प्रत्येक विकासखंड में कक्षा एक से 12वीं तक के दो विद्यालय चयनित कर उन्हें अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में उच्चीकृत किया जाएगा। यदि कहीं भवन की दिक्कत होगी तो इसकी व्यवस्था की जाएगी।
यह भी पढ़िये: केदारघाटी में मांस की दुकानों का विरोध हुआ तेज, प्रशासन को अनशन करने की दी चेतावनी
शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने कहा कि उत्तराखंड सरकार की इस योजना का मकसद ये भी है कि अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा देकर कीर्तमान स्थापित किए जा सकें। इससे राज्य में 95 छोटे-छोटे नए शिक्षा हब विकसित होंगे। राष्ट्रीय और दैवीय आपदा को छोड़ इन विद्यालयों के शिक्षकों को शिक्षा से इतर अन्य किसी भी कार्य में नहीं लगाया जाएगा।
यह भी पढ़िये: उत्तराखण्ड से बुरी खबर: मंदिर जा रही महिला पर तेंदुआ का हमला, मौके पर मौत