दुनियांभर में कोरोना संक्रमण गहरा होता जा रहा है, भारत में भी अबतक 5200 से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। भारत में कोरोना संक्रमण बढ़ने की सबसे बढ़ी वजह रहा है दिल्ली स्थित तबलीगी जमात, इससे जुड़े 1500 से ज्यादा संक्रमित मामले अब तक सामने आ गए हैं। देशभर में कोरोना संक्रमण फैलाने वाले निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज के मौलाना मोहम्मद साद ने खुद को क्वारंटीन कर लिया था। और इस बीच वो लगातार यह कोशिश भी कर रहे थे कि किसी भी तरह पुलिस उन तक न पहुँच सके।
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जमात के अमीर मौलाना साद अब तक फरार है, दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, मौलाना साद को दिल्ली के जाकिर नगर में ट्रेस कर लिया गया है है, जाकिर नगर में मौलाना की बहन का घर है। अपराध शाखा अभी मौलाना साद के खिलाफ सबूत जुटा रही है। इसके बाद ही कानूनी कार्रवाई की जायेगी होगी। सूत्रों ने बताया कि अपराध शाखा की टीम सीधे नहीं, बल्कि कुछ लोगों के जरिए मौलाना के संपर्क करने की कोशिश कर रही हैं। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि मौलाना साद को अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है और इसके पीछे कारण यह है कि दरअसल, जमात से जुड़े अधिकतर लोगों में जिस तरह से कोरोना की पुष्टि हुई है, उससे खतरा है कि मौलाना साद भी कोरोना की चपेट में न आ गया हो।
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एहतिहात के तौर दिल्ली पुलिस अभी मौलाना साद के क्वारनटीन अवधि के पूरा होने का इंतजार कर रही है और इसके बाद ही आगे की कार्यवाही की जायेगी। दिल्ली पुलिस की तरह से मौलाना को पहले नोटिस का जो जवाब अपराध शाखा को मिला, उसमें मौलाना साद के हस्ताक्षर हैं। हालांकि साद ने पहले नोटिस का बहुत ही गोल-मोल जवाब दिया है। साद ने कहा कि सब कुछ मरकज में बंद है। इसके खुलने पर ही कुछ जानकारी मिल पाएगी। अपराध शाखा की जांच में पता चला है कि मरकज में साफ-सफाई का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जाता था। रोहिणी स्थित फोरेंसिक लैब की टीम ने वहां से काफी जैविक सैंपल उठाए हैं। इनमें थूक, बलगम व नेजल फ्लूड शामिल हैं।