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देवभूमि के लाल विजयपाल राणा को वायुसेना में महत्वपूर्ण कमान, राज्य में ख़ुशी की लहर

उत्तराखंड के लिए एक और गौरवशाली पल है। मूलरूप से टिहरी जिले के धारमंडल पट्टी के नेल्डा गांव निवासी एयर मार्शल विजयपाल सिंह राणा को वायसेना की प्रशासनिक शाखा का नया प्रमुख यानी एयर ऑफिसर इन चार्ज एडमिनिस्ट्रेशन बनाया गया है। उन्होंने एक फरवरी को पदभार संभाला है। एयर मार्शल पद पर पहुंचने वाले राणा उत्तराखंड के दूसरे वायु सेना अधिकारी हैं। बता दें कि एयर मार्शल विजयपाल सिंह राणा वायु सेना प्रमुख के मुख्य सलाहकार भी हैं। एयर मार्शल विजयपाल सिंह राणा ने अपने चार दशक के कार्यकाल में वायु सेना में कई महत्वपूर्ण पदों को संभाला है।

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वह डायरेक्टर जनरल एडमिनिस्ट्रेशन, असिस्टेंट चीफ ऑफ एयर स्टाफ, सीनियर एयर अफसर इन चार्ज एडमिनिस्ट्रेशन, कमांडेंट एयर फोर्स एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज, प्रिंसिपल डायरेक्टर एयर फोर्स वर्कस में भी शामिल रहे हैं। विजयपाल राणा की पढ़ाई उत्तराखंड में अलग-अलग जगहों पर हुई। नेलडा में प्राथमिक शिक्षा लेने के बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई सैनिक स्कूल से पूरी की। गढ़वाल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने पंतनगर यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहे विजयपाल राणा ने स्कूल और कॉलेज तक की शिक्षा फर्स्ट डिविजन से पास की। उनके पिता स्व. कुंदन सिंह राणा वन विभाग में रेंजर थे, जबकि छोटे भाई अजयपाल राणा टिहरी वन विभाग में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं। माता बचना देवी गृहणी हैं।

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पढ़ाई पूरी करने के बाद वो वायुसेना में अफसर के तौर पर नियुक्त हुए। उन्होंने अपने लगभग चार दशक के कार्यकाल के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण पदों का कार्यभार संभाला। यही नहीं कारगिल युद्ध और ऑपरेशन पराक्रम के दौरान उन्होंने फाइटर कंट्रोलर और रडार यूनिट के कमांडिंग अफसर के रूप में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके सराहनीय योगदान के लिए उन्हें 1995 में वायु सेना प्रमुख द्वारा प्रशंसा पत्र और 2015 में राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ठ सेवा पदक से सम्मानित किया गया। उन्होंने वेलिंगटन में स्थित प्रख्यात डिफेंस सर्विसेस स्टाफ कॉलेज से कोर्स करने के उपरांत वहां पर इंस्ट्रक्टर के तौर पर भी कार्य किया। उसके बाद जाम्बिया के स्टॉफ कॉलेज में इंस्ट्रक्टर और वहां के मिलिट्री एडवाइजर के तौर पर भी उनकी तैनाती हुई।

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