पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के रिकांगपिओ से उत्तराखंड के हरिद्वार आ रही एचआरटीसी की बस चट्टानों के गिरने के कारण हादसे का शिकार हो गई है। बताया जा रहा है बस हरिद्वार जा रही थी व इसमें 35 के करीब यात्री सवार थे। बताया जा रहा है कि यह हादसा हिमाचल के किन्नौर जिले के पास निगुलसेरी में पहाड़ से मलबा गिरने के कारण हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 50-60 लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं। एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं।
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, 40 से ज्यादा यात्री मलबे में फंस गए हैं, इनमें से 6 लोगों को निकाला गया है। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और NDRF की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। ITBP के जवान भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाए गए हैं। मलबे में फंसी बस हिमाचल रोडवेज की है, जो मूरंग से हरिद्वार जा रही थी। 25 जुलाई को किन्नौर में भूस्खलन के बाद पहाड़ी से चट्टानें इतनी तेजी से नीचे गिरीं कि बस्पा नदी का पुल टूट गया था। इस हादसे में 9 टूरिस्ट्स की मौत हो गई थी। मरने वालों में 4 राजस्थान के, 2 छत्तीसगढ़ के और एक-एक महाराष्ट्र और वेस्ट दिल्ली के थे।
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हिमाचल सरकार की ओर से अभी तक एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की गई है। जबकि 6 लोग घायल हुए हैं और 25-30 लोगों की तलाश की जा रही है. ये हादसा किन्नौर (Kinnaur) जिले के चौरा में मौजूद नेशनल हाइवे पर हुआ है, जहां पहाड़ से चट्टानें गिर गई हैं। अभी तक इस हादसे में बस ड्राइवर समेत दो लोगों को बचाया जा चुका है। ड्राइवर के मुताबिक, कुछ वाहन लैंडस्लाइड के कारण सतलुज नदी में जा गिरीं हैं।
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