उत्तराखंड में चंपावत सीट पर उपचुनाव की तारीख का एलान हो गया है। 31 मई को वोटिंग और तीन जून को मतगणना होगी। कैलाश गहतोड़ी चंपावत सीट से लगातार दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए थे। मतगणना के दिन 10 मार्च को उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए चंपावत सीट छोड़ने का प्रस्ताव रख 21 अप्रैल को इस्तीफा भी दे दिया था। चंपावत सीट पर उपचुनाव की तारीख का एलान हो गया है। 31 मई को वोटिंग और तीन जून को मतगणना होगी। चंपावत सीट पर पहली बार उपचुनाव होगा। निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव की तारीख का एलान करते हुए कहा कि ब्रजराजनगर (ओडिशा), थ्रीक्काकारा (केरल) और चंपावत (उत्तराखंड) विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव 31 मई को होंगे। मतों की गिनती तीन जून को होगी।
भाजपा प्रत्याशी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस सीट से कांग्रेस की ओर से कौन टक्कर देगा, अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। चंपावत के चुनावी समर में सरकार के सभी मंत्री और पार्टी के पदाधिकारी भी मोर्चा संभालेंगे। पार्टी चंपावत उपचुनाव के लिए अलग से रणनीति बना रही है। पिछले दिनों राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष की बैठक में चंपावत उपचुनाव के लिए एक टीम का एलान कर दिया गया था। पार्टी अब अलग-अलग कार्यों के लिए टीमों का गठन करेगी। इस सीट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनाव लड़ेंगे। पार्टी ने इस सीट पर भी कमजोर बूथों पर काम शुरू कर दिया है। प्रत्येक बूथ पर कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी तय की गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ताल ठोक रहे हैं. वह कुछ महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में खटीमा सीट से हार गए थे। वहीं, चंपावत उपचुनाव में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला देखने को मिल सकता है। भारतीय चुनाव आयोग की अधिसूचना के मुताबिक, चंपावत उपचुनाव के लिए नामांकन जमा करने की अंतिम तारीख 11 मई है। इसके बाद 12 मई को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। वहीं, 6 मई तक कैंडिडेट अपना पर्चा वापस ले सकते हैं. इसके अलावा 31 मई को मतदान, तो 3 जून को मतगणना होगी।