उत्तराखंड के लिए एक और दुखभरी खबर आ रही हैं, अल्मोड़ा जिले के रहने वाले एक रिक्रूट की कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर में ट्रेनिंग के दौरान तबीयत खराब हो गयी थी और स्वास्थ्य इतना बिगड़ गया कि रिक्रूट जवान तरूण सिंह भैंसोड़ा की मौत हो गई। अब तो जो जानकारी मिल रही है वह ये कि तरूण इसी साल फरवरी में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। फरवरी में बनबसा में आयोजित सेना रैली में पहले ही प्रयास में भर्ती होकर अपने पिता का सपना पूरा किया था। बीते 27 जुलाई से उसकी कुमाऊं रेजिमेंट मुख्यालय (केआरसी) रानीखेत में ट्रेनिंग शुरू हुई थी। बताया गया है कि बीते सोमवार को ट्रेनिंग के दौरान उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई जिस पर सेना के अधिकारी उसे सैन्य अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उपचार के दौरान तरूण ने दम तोड दिया।
बेटे को सेना की वर्दी में देखने का सपना संजोए तरूण के परिजनों ने जैसे ही उसके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लिपटे देखा तो घर में कोहराम मच गया है। पार्थिव शरीर को देखकर जहां तरूण की मां तारादेवी गिर पड़ी वहीं घर के इकलौते चिराग के चले जाने से पिता प्रकाश सिंह भी अन्दर तक टूट गए। इस गमहीन माहौल में तरूण का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ रामगंगा और सरयू के पवित्र तट पर किया गया। तरुण के चाचा रमेश सिंह भैसोड़ा ने उसकी चिता को मुखाग्नि दी। तरूण अभी मात्र 19 साल का था। परिवार के इकलौते बेटे की अकस्मात मौत की खबर से जहां परिजनों में कोहराम मच गया वहीं पूरे क्षेत्र में शोक की लहर छा गई।