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चीन से तानातानी के बीच उत्तराखंड में हाई अलर्ट पर हमारे जवान, ख़ुफ़िया विभाग भी एक्टिव

भारत और चीन के सम्बन्ध पिछले 50 सालों में अपने इतिहास के सबसे ख़राब दौर में पहुँच गए हैं। 15 जून सोमवार की रात को दोनों देशों के सैनिकों के बीच बॉर्डर पर झड़प हो गयी थी, और जिस दौरान भारत के 20 जवान देश के लिए शहीद हो गए हैं वहीँ चीन को भारत से भी बढ़ा नुकसान हुआ है और उसके 43 जवानों के मौत की खबर सामने आ रही है।  पिछले 17 वर्ष में भारत ने श्योक गांव से गलवां घाटी होते हुए दौलत बेग ओल्डी हवाई अड्डे तक 215 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई है। सड़क अक्साई चिन की सीमा से सटी है। गलवां घाटी में सड़क कुछ ऐसे प्वाइंट से गुजरती है जहां से भारत तिब्बत पर नजर रख सकता है। यही बात चीन को पसंद नहीं आ रही। और जिसके बाद उसने बॉर्डर पर अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी थी और लगातार उसके सैनिक उकसावे की कायर्वाही को अंजाम दे रहे थे।

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इस बीच उत्तराखंड में भी चीन से लगती हुई सीमाओं पर तनाव बढ़ गया है जिसके बाद भारत ने बॉर्डर पर अपने सैनिकों की संख्या को बढ़ाना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा पर नाभीढांग से लिपुपास तक आठ किमी के दायरे में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस क्षेत्र में आईटीबीपी के साथ अब भारतीय आर्मी ने भी गश्त शुरू कर दी है। नाइट विजन कैमरों से भी सीमा पर नजर रखी जा रही है। फिलहाल यहां तनाव की स्थिति नहीं है।  पिथौरागढ़ जिले में स्थित भारत-चीन सीमा पर कुछ समय पूर्व चीनी सुरक्षा बलों ने लिपुपास को विवादित स्थल बताकर कुछ आपत्तिजनक बैनर लहराए थे। उसके बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने नाभीढांग से लिपुपास के आठ किमी के दायरे में सुरक्षा बढ़ा दी थी।

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चमोली जिले में भी चीन से लगती हुई सीमा पर तैनाती बढ़ा दी गयी है और भारतीय सैनिक किसी भी तरह की स्थिति से निटपने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। दूसरी और उत्तरकाशी जिले में नेलांग घाटी में भी आईटीबीपी और सेना की चौकस नजर बनी हुई है। 1962 की लड़ाई में भी नेलांग घाटी में चीन और भारतीय जवानों के बीच युद्ध हुआ था।  उत्तराखंड की 345 किलोमीटर सीमा हमेशा से संवदेनशील रही है। इसमें से 122 किलोमीटर उत्तरकाशी जिले में है। सामरिक दृष्टि से संवेदनशील यह क्षेत्र जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से करीब 129 किलोमीटर दूर है। इस बीच ख़ुफ़िया विभाग भी चीन से लगती हुई सीमा पर पेनी नजर बनाये हुए है और अपने स्तर पर हर जानकारी उपलब्ध कराने में सक्रिय हो गया है।

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