चोपता उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में उखीमठ से 37 किलोमीटर दूर पर समुद्र की सतह से 9515 फीट की ऊंचाई पर स्थित है । यह पहाड़ी स्थान एक ऐसी खूबसूरत जगह है , जहाँ पहुँच कर मन को शांति और विश्राम मिलता है | इस स्थान को ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ के नाम से भी जाना जाता है | यह सिर्फ एक पड़ाव है , जहाँ केदारनाथ और बद्रीनाथ के बीच चलने वाली गाड़ियाँ रुकती हैं ।
यह छोटा-सा हिल स्टेशन है , जहाँ की सुंदरता किसी साँचे में कैद तस्वीर जैसी लगती है। यह किसी दूसरी दुनिया यानी धरती पर स्वर्ग जैसा अहसास कराती है । तुंगनाथ और उसके आगे चंद्रशिला के लिए पदयात्रा चोपता से ही शुरू होती है । मगर केदारनाथ, मध्य महेश्वर , तुंगनाथ , कल्पेश्वर और रुद्रनाथ की पंचकेदार यात्रा करने वाले तीर्थ यात्री कम ही होते हैं । अधिकतर तीर्थ यात्री चार धाम की यात्रा करते हैं। वे यमुनोत्री और गंगोत्री के बाद केदारनाथ से सीधे बदरीनाथ के लिए रवाना हो जाते हैं। भीड़भाड़ नहीं होने की वजह से ही गढ़वाल के सबसे सुंदर इलाकों में से एक चोपता की कुदरती खूबसूरती और शांति अब भी बरकरार है। चोपटा-तुंगनाथ-चंद्रशिला ट्रेक, ट्रेक्केर्स के लिए एक प्रसिद्ध गंतव्य स्थान है |
तो आप भी कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो चोपता आइए। बुग्याल, मनोरम दृश्य, पंछियों की चहचहाहट और शांति के बीच चोपता में बिताया समय बेमिसाल है। हां, चोपता के टूर के लिए साथ गर्म कपड़े ज़रूर लाएं वर्ना यहां का मौसम कभी भी अपना रंग बदल सकता है जिसकी भविष्यवाणी मुश्किल है।