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लॉकडाउन इफ़ेक्ट: बिना ढोल-दमाऊं इस तरह संपन्न हुआ पहाड़ में ये विवाह, सबके लिए है मिसाल

कोरोना वो नाम जिसे लेने से भी कुछ देशों ने पाबंदी लगा रखी है और जिसका खौफ हर किसी के चहरे पर साफ़ नजर आ रहा है। दुनियांभर में अब कोरोना संक्रमण के मामले 19,20000 से ज्यादा हो चुके हैं वहीँ 1,20000 लोग इससे जान गँवा चुके हैं। भारत में भी कोरोना संक्रमण के मामले 10,350 से अधिक हो गए हैं और मरने वालों का आंकड़ा अब 340 तक पहुँच गया है। पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है जिसका आज यानी 14 अप्रैल को अंतिम दिन है। इस दौरान देशभर में जो व्यक्ति जहाँ था वो वहीँ पर फंसा हुआ है और किसी को भी कहीं भी जाने की अनुमति नहीं है।

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उत्तराखंड में भी लॉकडाउन का व्यापक असर देखने को मिला है, सभी इस बात से भलीभांति परिचित होंगे कि साल में अगर किसी दिन सबसे अधिक विवाह होते हैं तो वो होता है वैशाखी का दिन और इस बार भी उत्तराखंड में इस दौरान सैकड़ों शादियाँ थी। लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण से पहले लगभग सभी के विवाह के कार्ड तक बंट चुके थे पर लॉकडाउन का ऐसा असर रहा कि अधिकाँश शादियाँ इस दौरान स्थगित कर दी गयी हैं। लेकिन फिर भी कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने शादी तो स्थगित नहीं की लेकिन लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए ही शादी समारोह का आयोजन किया।

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ऐसा ही एक विवाह पूरे उत्तराखंड में चर्चा का विषय बन गया है। यह विवाह टिहरी जिले के जाखणीधार तहसील के ग्राम मिंग्वाली में संपन्न हुआ है। जहाँ सानी (बुद्धि बल्लभ) और  आस्था की शादी सादे समारोह में संपन्न हुई। इस दौरान वर और वधु पक्ष के मेहमानों के लिए भी मास्क और सैनिटाइजर के खास इंतजाम किए गए थे। दुल्हे पक्ष की और से सिर्फ घर के कुछ लोगों ने ही हिस्सा लिया आप इसका इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि इस विवाह में सिर्फ 10 लोगों ने ही हिस्सा लिया। शादी में न कहीं ढोल-दमाऊ की थाप थी और न बैंड-बाजा और डीजे की गूंज।

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वर पक्ष की ओर से दूल्हा सानी, उसके चाचा महादेव तिवारी, भाई रंजनीकांत, वेद प्रकाश और पंडित जगदंबा प्रसाद सोशल सोशल डिस्टेंस के साथ दो टैक्सियों में मिंग्वाली गांव शादी के लिए पहुंचे। वधु पक्ष की ओर से दुल्हन आस्था, पिता महावीर भट्ट, माता बसंती देवी, रिश्तेदार गिरीश अमोला और राकेश थपलियाल ने उनका स्वागत किया। सात फेरे लेने के बाद दोपहर दो बजे दूल्हा सानी दुल्हन आस्था को लेकर अपने गांव पंचूर पहुंचा। पंचूर गांव में भी कोई खास रौनक नहीं दिखी।


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