देश इस समय कोरोना संक्रमण की महामारी से जूझ रहा है, हर दिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। बात अगर उत्तराखंड की करैं तो अब तक प्रदेश में संक्रमण के 35 मामले सामने आ चुके हैं। इस महामारी में हर कोई अपनी तरफ से सहयोग दे रहा है। सबसे आगे देश के डॉक्टर इस समय इससे लढ़ रहे हैं। हर कोई इस समय ऐसे उदाहरण पेश कर रहा है कि जिसकी मिसाल दी जा रही है।
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ऐसे ही एक महिला डॉक्टर के बारे मे हम आपको यहां बता रहे हैं जो थी तो मातृत्व अवकाश पर लेकिन जब कोरोना संक्रमण देश मे बढ़ता जा रहा था तो उन्होने भी तुरन्त अपनी ड्यूटी ज्वॉइन कर ली। देहरादून निवासी अंकिता 31 मार्च तक मातृत्व अवकाश पर थीं, लेकिन जब उन्हें लगा वर्तमान में बीमारों की सेवा से बड़ा फर्ज कोई नहीं है तो 15 मार्च को ही ड्यूटी पर लौट आईं। उन्होंने आठ माह के अपने बच्चे को अपनी मां के पास छोड़ दिया।
कोरोना संक्रमण के चलते वर्तमान में अस्पतालों पर भारी दबाव है। ऐसी स्थिति में चिकित्सकों व स्टाफ को परिवार के लिए भी वक्त नहीं मिल पा रहा। इसी दबाव के बीच ही टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लॉक स्थित लंबगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में तैनात डॉ. अंकिता अग्रवाल तुरन्त यहां पहुंच गई। डॉक्टर अंकिता की इस बात पूरे उत्तराखंड में जमकर तारीफ हो रही है।