देवभूमि उत्तराखंड में भी धर्म परिवर्तन की काली साया मंडराने लगी है। एक खुलासे में पता चला है कि दुबई से बाजपुर लौटे एक युवक के कथित धर्मांतरण कराया गया। इस मामले में युवक के परिजनों ने बुधवार को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ कोतवाली पहुंचकर पुलिस को तहरीर दे दी है। परिजनों का आरोप है उनके बेटे को बरगला कर उत्तरप्रदेश के एक गांव में अन्य धर्म के कुछ लोगों ने पनाह दी। जब वे बेटे को वापस लाने के लिए गए, तो इन लोगों ने उनसे अभद्रता की। परिजनों के अनुसार, फिलहाल करीब पांच महीने से उनके बेटे का कोई अता-पता नहीं है।
उत्तराखंड: श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए ये दो विश्व प्रसिद्ध धाम, कोरोना नियमों का करना होगा पालन
ऊधमसिंह नगर में बाजपुर पुलिस ने मामले की जांच करने की बात कही है। बाजपुर क्षेत्र के गांव मुडियाकलां खेड़ा निवासी किरनपाल पुत्र तुलाराम बुधवार को विहिप के जिला मंत्री यशपाल राजहंस समेत कई लोगों के साथ कोतवाली पहुंचे। यहां किरनपाल ने पुलिस को तहरीर दी। तहरीर में कहा कि उनका भाई राहुल चंद्रा (29 वर्ष) 2016 में नौकरी की तलाश में दुबई गया था। वहां से 2019 में राहुल वापस आ गया। आरोप है कि दुबई से वापस आने के बाद राहुल के व्यवहार में काफी बदलाव आ गया। वह रात में मस्जिद में जाने लगा। इससे उन्हें राहुल की गतिविधियों पर शक हुआ।
उत्तराखंड: लॉकडाउन में घर को बना दिया कोठा, पुलिस ने 4 महिलाओं सहित 6 लोग किये गिरफ्तार…
जब परिजनों ने राहुल से इसकी वजह पूछी, तो राहुल ने बताया कि उसने इस्लाम धर्म अपना लिया है। अब उसका नाम इस्लाम हो गया है। इस पर परिजनों ने उसे काफी समझाया, लेकिन वह कुछ सुनने को तैयार नहीं था। तब परिजनों ने उस पर घर से निकलने पर पाबंदी लगा दी। जनवरी 2020 में राहुल घर से बिना बताये लापता हो गया। इस दौरान किसी ने उन्हें बताया कि राहुल उनके पुश्तैनी गांव टांडा स्थित गांव कलियर नगला, जिला रामपुर (यूपी) में रह रहा है। इस पर परिवार के लोग वहां गए। यहां राहुल उन्हें एक मुस्लिम परिवार के साथ रहता मिला। उनके काफी समझाने पर राहुल वापस अपने घर लौट आया था। किरनपाल का कहना है कि जनवरी 2021 में राहुल फिर लापता हो गया। पिछले करीब पांच महीने से राहुल का कोई अता-पता नहीं है।