कोरोना संक्रमण अब और भी ज्यादा विकराल रूप लेता जा रहा है अब तक दुनियाभर में लगभग 20 लाख लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जबकि 1.25 लाख से अधिक लोगों की इससे मौत हो चुकी है। भारत में भी अब हर दिन कोरोना संक्रमण के 1000 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और यही कारण है अब संक्रमितों की संख्या 10800 को पार कर चुकी है जबकि 353 लोग अब तक इससे अपनी जान गँवा चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी है जिसके बाद सभी लोग अधिकतर समय अपने घरों में ही बंद हैं और बहुत जरुरी होने पर ही बाहर जा रहे हैं।
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उत्तराखंड इस समय पूरे भारत की मदद के लिए दिन-रात एक किये हुए है और इसका जीता जागता उदाहरण है हरिद्वार। यहाँ इस समय भारत की आवश्यकता के 20 प्रतिशत सैनिटाइजर एवं अन्य जरूरी दवाईयां जैसे कैप्सूल, टेबलेट, सिरप, इंजेक्शन एवं अन्य सहयोगी दवाइयां बन रही हैं। बात अगर सिर्फ सैनिटाइजर की करैं तो यहाँ हर दिन करीब 50 लाख बोतल बनाई जा रही हैं। जिनकी सप्लाई पूरे देशभर में की जा रही है। हरिद्वार में इस समय दिन रात काम कर रही 720 फैक्ट्रियों में से करीब पांच सौ फार्मा कंपनियों में करीब 40 हजार कर्मचारी तीन शिफ्टों में काम कर रहे हैं। वर्ष 2005 में नारायण दत्त तिवारी के कार्यकाम में वजूद में आया सिडकुल फार्मा कंपनियों का अब पूरे देश में एक बड़ा हब बन गया है।
यहां एशिया की सबसे बड़ी दवाई सप्लाई करने वाली कंपनी एकम्स ड्रग्स समेत छोटी-बड़ी सैकड़ों कंपनियां इस समय काम कर रही हैं। लॉकडाउन के कारण सभी फार्मा कंपनियों को अति आवश्यक श्रेणी में शामिल किया गया था और इन्हें काम करने के लिए विशेष अनुमति दी गई थी। हरिद्वार के पास इस समय एक बहुत बड़ा टारगेट है। ऐसे में इन कंपनियों का सामान लाने, ले जाने समेत ढुलाई के बाद खाली जाने वाले ट्रकों को देश में कहीं भी न रोके जाने के लिए विशेष इंतजाम किये गए हैं। फार्मा इंडस्ट्री के जिन भी अफसरों, कर्मचारियों की ड्यूटी इस समय लगाई गई है, उनका ड्यूटी पर आना अति आवश्यक कर दिया गया है।