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मोदी सर की क्लास में उत्तराखंड की लाडली ने पूछा ऐसा सवाल जिसकी दीवानी हुई पूरी दुनियां

कल यानी 16 फरवरी को पूरे देश में एक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक कार्यक्रम था, जो सम्बंधित था आगामी  बोर्ड परीक्षाओं से और प्रधानमंत्री की इस क्लास का नाम था “परीक्षा पर चर्चा” जिसमें देशभर के बोर्ड एग्जाम के छात्र प्रधानमंत्री मोदी से विडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा जुड़े हुए थे, पूरे देश भर के स्कूलों में प्रोजेक्टर, टीवी और रेडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी की क्लास को छात्रों ने सुना और देखा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने छात्रों को परीक्षा सम्बन्धी महत्वपूर्ण टिप्स दिए जिसके कारण वो परीक्षा में तनावपूर्ण रहकर और अच्छे से तैयारी करके अच्छे अंकों में पास हो सकें।

प्रधानमंत्री मोदी की क्लास में एक समय ऐसा भी था जब छात्र उनसे सवाल जवाब कर रहे थे इस दौरान उन्होंने अनेक छात्रों के सवाल सुने और उनका बहुत ही अच्छे से जवाब दिया, इन सभी सवालों में एक सवाल उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के केन्द्रीय विद्यालय आईआईपी में 12वीं में पड़ने वाली छात्रा भावना ने भी  पीएम मोदी सर से पूछा और जो पूरी देश और दुनियां में छा गया है। इस दौरान भावना ने प्रधानमंत्री से पूछा कि अगर हमें आंकड़ों के अनुसार यह पता चलता है कि 20 प्रतिशत सफलता आईक्यू और 80 प्रतिशत सफतला ईक्यू से मिलती है लेकिन सभी छात्र ईक्यू को भूलकर आईक्यू को क्यूँ अधिक महत्व देते हैं और छात्र के जीवन में आईक्यू और ईक्यू में कौन अधिक महत्वपूर्ण है?

प्रधानमंत्री मोदी ने जैसे ही ये सवाल सुना वो वो छात्रा के सवाल से अत्यधिक प्रसन्न हुए और उन्होने इतना अच्छा सवाल पूछने पर छात्रा को शाबासी दी और कहा यह बेहद अच्छा सवाल है फिर सवाल का जवाव देते हुए कहा कि आईक्यू और ईक्यू दोनों ही फैक्टर मनुष्य के पैदा होते ही काम करना शुरू कर देते हैं जिसके कारण दोनों का संतुलित होना जरुरी है, रिस्क लेने की क्षमता भी ईक्यू के कारण ही विकसित होती है ये जिन्दगी को ताकत देता है और वहीँ आईक्यू सफलता दे सकता है पर संवेदना नहीं इसलिए ईक्यू का रोल ज्यादा अहम है।

देवभूमि की बेटी भावना का ये सवाल पूरे दिन सुर्ख़ियों में बना रहा और उसे सभी और से अत्यधिक प्रशंसा मिल रही है, भावना का परिवार मूल रूप से रानीखेत का रहने वाला है और वो वर्तमान में देहरादून के बद्रीपुर में रहते हैं, भावना के पिता भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) में सब इंस्पेक्टर हैं और वर्तमान में जम्मू कश्मीर में तैनात हैं, भावना वैसे तो विज्ञान वर्ग की छात्रा हैं पर उनका सपना है अर्थशास्त्री बनने का, वो अभी से देश की जीडीपी कैसे बड़े इस विषय पर काम करना चाहती हैं।


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