इन दिनों गुप्ता बन्धु पूरी देश और दुनियां में चर्चा का विषय बने हुए हैं, गुप्ता बन्धु वही हैं जिनके कारण दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी है। दरसल हुआ ये कि जैकब जुमा पर गुप्ता बन्धुओं के साथ मिलकर वित्तीय अनियमितता और राष्ट्रीय हितों को नुक्सान पहुंचाने के गंभीर आरोप लगे हैं, जिसके बाद कल उन्होंने टेलीविजन पर अपने देश को संबोधित करते हुए इस्तीफा दे दिया है, और इसके बाद उप राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा को दक्षिण अफ्रीका का नया राष्ट्रपति बनाया गया है।
गुप्ता बन्धु आज से लगभग 25 साल पहले दक्षिण अफ्रीका बिज़नस के सिलसिले में गये थे और इन 25 सालों में वो इतने शक्तिशाली और अमीर हो गये थे कि वो दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति को भी अपनी जेब में लेकर घूमते थे। देश के एक छोटे से शहर उत्तरप्रदेश के सहारनपुर से निकले एक गरीब परिवार के लड़कों की पिछले 25 सालों में ये पहल जबरदस्त थी, कोई सोच भी नहीं सकता इतने कम समय में दूसरे देश में इतना बड़ा साम्राज्य स्थापित करने की, और गुप्ता बन्धुओं ने इन 25 सालों में दक्षिण अफ्रीका में पांच हजार करोड़ से ज्यादा की सम्पति खड़ी कर दी थी। कंप्यूटरों से शुरू हुआ इनका सफ आजर माइनिंग तक पहुंच गया है और फिर मीडिया हाउस होते हुए और भी न जाने क्या क्या धंदे उन्होंने वहां फैला रखे हैं।
गुप्ता बन्धुओं में से एक अजय गुप्ता का उत्तराखंड से भी खासा जुड़ाव रहा है, अजय गुप्ता देहरादून आता जाता रहता है और यहाँ भी उसने अपना काफी सारा कारोबार फैलाया हुआ है, और जब भी वो देहरादून आता है तो उसके साथ उत्तराखंड सरकार की तरफ से जेड प्लस सुरक्षा होती है, लेकिन अब दक्षिण अफ्रीका ने अजय गुप्ता को फरार घोषित किया हुआ है और वहां की पुलिस गुप्ता की जांच पड़ताल में जुटी हुई है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि वह अभी कुछ दिन पूर्व भी देहरादून आ रखा था, पर फिलहाल वो देहरादून में है या नहीं इस बात की अभी कोई ठोस जानकारी नहीं है, इस सम्बन्ध में उनकी किसी से भी आधिकारिक बातचीत नहीं हुई है अगर आवश्यक हुआ तो पुलिस जरुरी कार्यवाही करेगी।