गर्भवती नाबालिग ने सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जहर खाने का कारण बताकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आनर किलिंग के एंगल से भी मामले को देखा जा रहा है। अल्मोड़ा जिले के भिकियासैंण की 17 वर्षीय नाबालिग को बीती 18 फरवरी को सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती किया गया था। साथ आए स्वजनों ने बताया कि नाबालिग अविवाहित है और उसने जहर खा लिया है। आगे पढ़ें:
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जहर खाने के बारे में जब पुलिस ने पूछताछ की तो स्वजनों ने बताया कि वह गर्भवती भी है। जिसके चलते वह मानसिक रूप से परेशान चल रही थी। ऐसे में उसने जहरीला पदार्थ गटक लिया है। एसटीएच में उसकी जान बचाने के लिए 15 दिन से इलाज किया जा रहा था। गुरुवार को नाबालिग ने दम तोड़ दिया। मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया गया है। सीओ हल्द्वानी भूपेंद्र सिंह धौनी ने बताया कि गर्भवती नाबालिग के दम तोडऩे के मामले में जांच की जाएगी। आनर किलिंग के एंगल से भी पुलिस मामले को परखेगी।
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