मामला जमशेदपुर के परसुडीह क्षेत्र की है। जहाँ सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल थाना क्षेत्र कांदरबेड़ा में एक युवती बीते एक माह से सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हाेती रही। नशे की सुई देकर उसके साथ दुष्कर्म किए जाते थे।
चांडिल थाना की पुलिस के पास मामला तब संज्ञान में आया जब युवती ने थाने में पहुंचकर आपबीती बुधवार को सुनाई। उसने सुई देने से शरीर में हुए जख्म को भी दिखाया। वह ये भी बता रही कि दो लोगों को वह पहचानती है, जो उसे एक कमरे में बंधक बनाकर रखते थे। वह बाथरूम जाने के बहाने कमरे से निकल कर आज भागने में सफल रही। एक माह तक उसे बंधक बनाकर रखने की जानकारी युवती दे रही है। उसकी माने तो 60 लोगों ने उसके साथ गलत किया। युवती जहां-जहां पुलिस को लेकर गई , वहां पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगे।
सरायकेला-खरसावां एसपी मो. अर्शी ने मामले को गंभीरता से लिया है। एसपी के निर्देश पर चांडिल, चौका, कपाली और गम्हिरया थाना की पुलिस मामले की सत्यता की जांच कर रही है। युवती ने अपने पिता के नाम बताएं हैं और कहा कि उसकी मां नहीं है। पुलिस अधिकारियों के सामने वह रो-रोकर कहती रही कि उसे न्याय चाहिए।
वहीं चांडिल एसडीपीओ संजय कुमार सिंह ने बताया कि युवती मानसिक रूप से अस्वस्थ है। अभी उसे इलाज की जरूरत है। स्वास्थ्य होने पर ही मामले की सही जानकारी मिल सकती है। वह जमशेदपुर से चांडिल कैसे पहुंची। किसी के साथ पहुंची या भटकर आई इसकी जानकारी ली जा रही है। परिजनों का पता लगाया जा रहा है।
युवती ने कांदरबेड़ा चौक पर टावर के बगल में गैराज मालिक के घर का गुरुवार तड़के चार बजे खटखटाया। दरवाजा खोलने पर युवती को देखा। पानी मांगने पर पानी दिया। इसके बाद दरवाजा बंद कर गैरेज मालिक सो गया। दोबारा युवती ने दरवाजा खटखटाया। कंबल मांगने पर युवती को कंबल भी दिया।
वह दुकान के सामने ही सो गई। सुबह गैराज मालिक जागा तो दुकान के सामने युवती को देख उसे वहां से भगा दिया। युवती को भटकते देख किसी ने उसे चांडिल थाना पहुंचा दिया। जहां युवती गैराज मालिक और उसके परिचित पर दुष्कर्म किए जाने का आरोप लगाने लगी। पुलिस उसे लेकर पहुंची तो गैराज मालिक ने सबकुछ बताया। इधर, युवती ने परसुडीह का पता दिया है। वहां उसके पिता नहीं रहते हैं। युवती को भी लोग नहीं पहचानते।