गढ़वाल राइफल्स वो नाम जिसकी जब देश को जरुरत पड़ी इसके जवान हमेशा सबसे आगे नजर आते हैं चाहे वो देश की सीमाओं पर रक्षा की बात हो या फिर देश के अन्दर किसी भी बुरे वक़्त से निपटने की। पहाड़ के ये जवान बॉर्डर पर हमेशा ही दुश्मनों के दांत खट्टे करते रहे हैं जिसके कारण दुश्मन देश के जवान भी गढ़वाल राइफल्स से खौफ खाते हैं। वहीँ जब भी देश में कोई विपदा आयी है तब भी ये जवान जितनी मुश्तेदी और समर्पण के साथ काम करते हैं उसकी मिसाल पूरी दुनियांभर में दी जाती है।
बात है 26 अगस्त के जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महीने के आखिरी रविवार को हर माह की तरह रेडियो पर अपने कार्यक्रम मन की बात में हिस्सा ले रहे थे, इस कार्यक्रम में उन्होंने इन दिनों केरल में आई भायावाह बाढ़ को केंद्र में रखा जिस तरह से वहां जान माल का नुकसान हुआ और जिस तरह की परेशानियों से केरलवासियों को दो-चार होना पड़ा ये समाचार पूरी दुनियां की मीडिया में छाया रहा। केरल ने पिछले 100 साल की सबसे भयानक बाढ़ इस दौरान देखी और इस दौरान सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और वहीँ लाखों लोग बेघर हो गये।
अपने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने जिक्र किया कि इस मुश्किल चुनौती में भारतीय सेना ने जिस साहस और समर्पण से वहां पर कार्य किया वो काबिलेतारीफ है, और वहां पर गढ़वाल राइफल्स की 31वीं बटालियन के जवानों को ये जिम्मेदारी दी गयी थी, और अपनी जान की परवाह किये बगैर जिस तरह से गढ़वाल राइफल्स के जवानों ने वहां पर काम किया है उसको मैं सेल्यूट करता हूँ। आपको बातों दें कि केरल में बाढ़ से जूझ रहे लोगों को गढ़वाल राइफल्स के जवानो ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला, उनका इलाज भी किया और इस दौरान उन्होंने पूरी दुनियां को अपनी तकनीकि कौशल का शानदार नमूना दिखाया।