कोरोना संक्रमण का खतरा भारत के साथ अब उत्तराखंड में भी लगातार बढ़ता जा रहा है। जहाँ पूरे भारत की जब बात हो रही है तो अबतक ये कहा जा रहा है कि भारत स्टेज 2 और स्टेज 3 के बीच में पहुँच चुका है। बल्कि बहुत से एक्सपर्ट तो यह भी कह रहे हैं कि अब किसी भी समय भारत स्टेज 3 में पहुँच सकता है। तो पहले तो ये समझिये कि क्या हैं कोरोना वायरस की स्टेज
पहली स्टेज: एक आदमी जो कि कोरोना वायरस से संक्रमित देश में घूमकर आया है, जो खुद भी संक्रमित है उसके जरिए कई लोग बीमार हो सकते हैं।
दूसरी स्टेज: अभी तक उन्हीं लोगों में कोरोना वायरस हुआ है, जो किसी कोरोना संक्रमित देश से घूमकर आए हैं। यानी अभी यह बीमारी स्थानीय स्तर पर एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैली है।
तीसरी स्टेज: मौजूद संक्रमित लोगों से यह एक दूसरे लोगों में फैलने लगेगी। (भारत लगभग इस स्थिति की ओर बढ़ रहा है)
चौथी स्टेज: मतलब महामारी शुरू हो जाना, यानी जब देश के अंदर ही बड़े भौगोलिक स्तर पर बीमारी अपने पैर जमा ले तो मान लीजिए यह चौथी स्टेज है। चीन, इटली में कोरोना वायरस ने महामारी की ही शक्ल ले ली है।
यह भी पढें: तो उत्तराखंड में बढ़ने वाला है लॉकडाउन? जानिये क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट
अब यहाँ ये समझते हैं कि उत्तराखंड के लिए ऐसा क्यूँ कहा जा रहा है कि वो स्टेज 2 में पहुँच गया है।
दून में कोरोना की तस्वीर
15 मार्च: स्पेन से लौटे दल में शामिल प्रशिक्षु आइएफएस में मिला संक्रमण।
19 मार्च: स्पेन के दल में शामिल दो प्रशिक्षु अधिकारी पाए गए पॉजिटिव।
23 मार्च: अमेरिकी नागिरक में मिला संक्रमण।
28 मार्च: दुबई से लौटे युवक में पाया गया संक्रमण।
29 मार्च: राजस्थान से लौटे सेना के सूबेदार की रिपोर्ट आई पॉजिटिव।
03 अप्रैल: पांच जमातियों में मिला कोरोना संक्रमण।
05 अप्रैल: 03 जमातियों की रिपोर्ट पॉजिटिव।
06 अप्रैल: जमातियों के संपर्क में आए 04 लोग मिले पॉजिटिव।
08 अप्रैल: जमातियों के संपर्क में आए 02 लोग मिले पॉजिटिव।
इस पूरी रिपोर्ट का आकलन इस तरह से किया जा रहा है कि उत्तराखंड इस लिए सुकून में था कि सीमाएं सील हो जाने के बाद कोरोना का संक्रमण 14 अप्रैल तक की लॉकडाउन अवधि में दम तोड़ देगा। मगर, इसके बाद जिन 12 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया, उनमें आठ जमाती हैं और बाकी के चार को इन्होंने ही संक्रमण का दंश दिया। लिहाजा, चुनौतियों और ज्यादा बढ़ गई हैं और मशीनरी की मशक्कत भी और ज्यादा बढ़ गयी है। देहरादून में अब तक तीन बस्तियों और डोईवाला में दो बस्तियों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। इसके बाद इन क्षेत्रों में जुरुरत के अनुरूप टेस्ट, ट्रेस, आइसोलेट व क्वारंटाइन (टीटीआइक्यू) के काम को गति देने की लगातार कोशिश है।