Home उत्तराखंड उत्तराखंड निकाय चुनाव में BJP का परचम, 7 नगर निगम में से...

उत्तराखंड निकाय चुनाव में BJP का परचम, 7 नगर निगम में से से 5 पर किया कब्ज़ा

उत्तराखंड में इन दिनों सियासी तूफ़ान अपने चरम पर था क्यूंकि सात नगर निगमों समेत 84 शहरी निकायों, 39 नगरपालिका परिषदों और 38 नगर पंचायतों के लिए बीते 18 नवम्बर को मतदान हुआ था और जिसके बाद 20 नवम्बर को मतों की गढ़ना की गयी जो देर सुबह तक चलती रही। उत्तराखंड नगर निकाय के चुनावों में नगर पालिका और नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सर्वाधिक निकायों में अब तक सफलता हासिल की है। बात करें वार्ड सदस्यों के पदों की तो यहाँ पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने भाजपा और कांग्रेस को करारी हार का स्वाद चखाया है। अब तक घोषित सभासदों के नतीजों में दोनों दल मिलकर भी निर्दलीयों के बराबर सीटें नहीं ला सके हैं।

नगर निकाय चुनाव में मेयर और अध्यक्ष पद की 84 सीटों पर देर रात तक जारी मतगणना के बाद 81 सीटों के परिणाम जारी कर दिये गये हैं। इसमें 33 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की और पार्टी एक सीट पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस के खाते में 24 सीटें आई हैं और पार्टी एक सीट पर बढ़त बनाए हुए है। उत्तराखंड में मेयर की 7 सीटों में से देहरादून, काशीपुर, ऋषिकेश, रुद्रपुर, कोटद्वार और हल्द्वानी सीटों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। इसमें पांच सीटों देहरादून, ऋषिकेश, काशीपुर, रुद्रपुर और हल्द्वानी में भाजपा का परचम लहराया। जबकि पहली बार अस्तित्व में आए कोटद्वार नगर निगम में कांग्रेस की हेमलता नेगी पहली मेयर चुनी गई हैं और हरिद्वार सीट से भी कांग्रेस के प्रत्यासी अपनी बढ़त बनाये हुए हैं।

जहाँ ये सारी ख़बरें भाजपा के उत्साह को बढ़ा रही हैं वहीँ दूसरी तरफ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र डोईवाला में बीजेपी को हार का मुहं देखना पड़ गया है मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र नगर पालिका डोईवाला में भाजपा के तीन दिग्गज अपने प्रत्याशी को जिताने में कामयाब नहीं हो सके। यहाँ हुए बेहद करीबी मुकाबले में अध्यक्ष पद की महत्वपूर्ण सीट कांग्रेस की झोली में चली गई है कांग्रेस की सुमित्रा मनवाल ने अपनी प्रतिद्वंदी भाजपा की नगीना रानी को 196 वोटों से हरा दिया है। यही नहीं सभासद सीटों पर भी भाजपा का सिक्का नहीं चल सका और 20 वार्डों में से भाजपा के सात सभासद ही जीत हासिल कर सके। भाजपा उम्मीदवार की ओर से पुनर्मतगणना भी कराए जाने के बाद अंतर जस का तस बना रहा, डोईवाला में निर्दलीय उम्मीदवारों का भी बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला है।


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here