यूपीएससी 2018 परीक्षा में उत्तराखंड से भी अनेक प्रतिभाओं ने अपना लोहा मनवाया है खासकर कि बेटियों ने उत्तराखंड को अपनी उपलब्धि से गौरवान्वित किया है। इन्हीं बेटियों में से एक हैं हिमाद्री कौशिक जिन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 97वीं रैंक हासिल कर उत्तराखंड का मान गौरव बढ़ाया है। अर्थशास्त्र एक ऐसा विषय था जो हिमाद्री को बचपन से ही सबसे ज्यादा प्रिय था और अब इसी विषय ने उन्हें गौरवान्वित करने का मौका दिया है।
देहरादून में राजपुर रोड एनक्लेव निवासी मर्चेंट नेवी के पूर्व चीफ इंजीनियर राजीव कौशिक की इकलौती बेटी हिमाद्री कौशिक ने सिविल सेवा परीक्षा में दूसरी बार सफलता हासिल कर इतिहास रचा है। पिता राजीव ने बताया कि कक्षा सात से हिमाद्री को अर्थशास्त्र पढ़ना बहुत अच्छा लगता था। 10वीं ब्राइटलैंड स्कूल से की इसमें उन्होंने 98.7 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। उसके बाद जयपुर से 97.3 प्रतिशत अंक हासिल कर 12वीं की परीक्षा पास की।
दोनों परीक्षाओं के दौरान भी हिमाद्री ने अर्थशास्त्र का साथ नहीं छोड़ा। उसके बाद बिट्स पिलानी गोवा से केमिकल इंजीनियरिंग और एमएससी इकोनोमिक्स की ड्यूल डिग्री हासिल की थी। इन दिनों वो नागपुर में बतौर बतौर असिस्टेंट कमिश्नर इनकम टैक्स प्रशिक्षण हासिल कर रही हैं। सिविल सेवा परीक्षा में दो बार सफलता हासिल करने वाली हिमाद्री के लिए ये मौका दोहरी खुशी लेकर आया है क्योंकि हिमाद्री जल्द ही विवाह बंधन में बंधने वाली हैं। उनके होने वाले पति आयुष सिन्हा भी हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। हिमाद्री की दूसरी सफलता से उनके दादा डॉ. जेपी शर्मा बेहद खुश हैं, डॉ. शर्मा दून अस्पताल से रिटायर्ड हैं। उनका कहना है उनकी पोती ने न केवल उनका बल्कि प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्हें अपनी बच्ची पर गर्व है।