पिछले कुछ दिनों से पूरे भारत के साथ ही उत्तराखंड में भी गर्मी बढ़ती जा रही है लेकिन अबतक राहत की बात ये थी कि बीता मार्च का महीना पिछले कई दशकों में ऐसा रहा था जब मौसम उतना गर्म नहीं हुआ था वरना इस बात से हर कोई भलीभांति परिचित है कि देशभर में 15 मार्च के बाद घरों में पंखें और ऐसी चलने शुरू हो जाते थे। इस कारण अबतक एक बड़ा फायदा उत्तराखंड को भी ये रहा था कि प्रदेश में जंगलों में लगने वाली आग इस बार लेट शुरू हुई थी। लेकिन अब लगता है कि आने वाले वक़्त में प्रदेश में ये समस्या एक बड़े रूप में सामने आने वाली है।
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एक बड़ी खबर उत्तराखंड के बागेश्वर जिले से सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि यहां जंगल में लगी आग से कोहराम मच गया है। जंगल में घास काटने गई दो महिला आग में ही जिंदा जल गई। उसके साथ एक और महिलाएं गई थी, जो किसी तरह जंगल से भागकर वापस आ गयी लेकिन यह महिला भी बुरी तरह से झुलसी हुई है। ये घटना बागेश्वर के कपकोट ब्लॉक की बताई जा रही है। यहाँ का एक गान है चचई जहाँ की महिला नंदी देवी, इंदिरा देवी और गांव की एक और महिला चचई के जंगल में घास लेने गई थीं।
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घास काटने के दौरान ही जंगल में आग लग गयी और देखते ही देखते इसने विकराल रूप धारण कर लिया। शाम करीब सात बजे आग की चपेट में आने से नंदी देवी पत्नी मदन राम बुरी तरह जल गई और उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। वहीं, इंदिरा देवी (36) पत्नी तारा राम का शव आज सुबह जंगल से बुरी तरह जली अवस्था में बरामद किया गया है। चचई गांव की ही गंगा देवी भी इन महिलाओं के साथ घास काटने जंगल गई थी, उसने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई है।