जहाँ डॉक्टर को हमने समाज मे भगवान का दर्जा दिया है, वही एक डॉक्टर ने इस दर्जे को कलंकित कर दिया है। मरीज़ डॉक्टर के पास आता है, उस पर विश्वास कर अपनी सारी तकलीफ और बीमारी के बारे मे बताता है, जिससे वह डॉक्टर उसकी तकलीफ को दूर कर सके, लेकिन इस डॉक्टर ने अपनी मरीज़ के विश्वास का गलत फयदा उठाकर, डॉक्टर जैसे सम्मानजनक पेशे को कलंकित कर दिया है।
घटना सहसपुर के सेलाकुई स्थित निजी अस्पताल की है जहाँ एक डॉक्टर ने अपने बच्चों की उम्र की बराबर की एक महिला मरीज़ को शादी के जाल मे फंसाकर दुष्कर्म किया और फरार हो गया। बताया जा रहा है एलआईसी मे कार्यरत एक युवती ने एक डॉक्टर पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पीड़ित के अनुसार 8 महीने पहले पीड़िता सेलाकुई के एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए गई थी। वही उबेश नाम के डॉक्टर ने युवती का उपचार किया और उपचार के बहाने बातों-बातों मे पीड़िता का मोबाइल नंबर ले लिया। जिसके बाद डॉक्टर लगातार पीड़िता को कॉल करने लग गया और उसके कुछ समय बाद पीड़िता के घर पर आना जाना शुरू कर दिया।
पीड़िता के अनुसार, डॉक्टर ने पहले तो भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करना शुरू किया। डॉक्टर ने पीड़िता से कहा की वह अकेला है व उसका कोई परिवार नहीं है। फिर उसने कुछ दिनों तक पीड़िता से शादी का वादा करके दुष्कर्म करते रहा और एक दिन मौका पाकर पीड़िता को छोड़कर भाग गया। पीड़िता ने सहसपुर पुलिस थाने मे डॉक्टर के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून निवेदिता कुकरेती ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सरिता डोभाल को आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए। एसपी देहात ने थानाध्यक्ष सहसपुर के नेतृत्व में टीम गठित की और टीम ने सोमवार रात मियांवाला देहरादून से आरोपी डॉक्टर को हिरासत मे ले लिया।
थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ के अनुसार पुलिस जांच में डॉक्टर का असली नाम डॉ. मुकेश चंद उर्फ उबेश पुत्र स्व. हेमचंद मूल निवासी, 144 आर मॉडल टाउन दिल्ली हाल किरायेदार वीएस तोमर, मियांवाला,थाना डोईवाला देहरादून बताया है और डॉक्टर पहले से शादीशुदा है व उसके दो बेटे हैं। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है जिस पर आगे न्यायालय मे सुनवाई होगी।