रुद्रप्रयाग के सत्यम दरमोड़ा का अनूठा स्टार्ट-अप देश में सस्ता और सुलभ हाईस्पीड इंटरनेट मुहैया कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। देश में वाई-फाई ‘क्रांति’ कही रही पीएम-वाणी योजना को आकार देने में सत्यम की कंपनी अहम भूमिका निभा रही है। आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर शुरू किए गए उनके स्टार्ट-अप को विश्व पटल पर सराहा जा रहा है। सत्यम और उनकी कंपनी को फॉर्ब्स ने एशिया-100 की लिस्ट में शामिल किया है। देश में वाई-फाई क्रांति पीएम-वाणी योजना को आकार देने में सत्यम की कंपनी अहम मुख्या भूमिका निभा रही है।
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सत्यम दरमोड़ा रुद्रप्रयाग के सुदूरवर्ती दरमाड़ी गांव के रहने वाले हैं। वो उन लोगों में से हैं जो कहने में नहीं, कुछ करने में विश्वास रखते हैं। सत्यम का परिवार वर्तमान में देहरादून में रहता है सत्यम दरमोड़ा ने उत्तराखंड के छोटे से गांव से निकलकर न सिर्फ आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ाई की, बल्कि दुनिया की नामी कंपनियों में भी काम किया सत्यम के पिता एक शिक्षक हैं सत्यम की शुरुआती पढ़ाई गोपेश्वर में हुई। आईआईटी दिल्ली से 2003 में बीटेक और 2005 में आईआईएम बेंगलरू से एमबीए किया।
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साथ ही पढ़ाई के बाद सत्यम ने नामी मल्टी नेशनल कंपनियों में काम किया। 2016 में आईटूईवन यानी इंफॉर्मेशन टू एव्री वन नाम से स्टार्टअप शुरू किया, वहीँ अब सत्यम का अनूठा स्टार्ट-अप देश में सस्ता और सुलभ हाईस्पीड इंटरनेट मुहैया कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। 2016 में आईटूईवन यानी इंफॉर्मेशन टू एव्री वन नाम से स्टार्टअप शुरू किया। शुरू में दो साल कंपनी आईआईटी दिल्ली के कैंपस से चलाई। फोर्ब्स ने एशिया 100 टू वॉच लिस्ट में सत्यम की कंपनी को शामिल करते हुए लिखा कि एशिया में छोटी कंपनियां और स्टार्ट-अप बढ़ रहे हैं। ऐसे समय में जब दुनिया की अर्थव्यवस्थाएं महामारी से जूझ रही है, ये उत्साही कंपनियां विकास की राह पर हैं।