कौमी एकता और भाईचारे की घिसी पिटी बातों को एक तरफ रखते हैं और आज ये मान लेते हैं कि भारत में हिन्दू मुसलमानों से और मुसलमान हिन्दुओं से नफरत करते हैं… इस बात से ज्यादा आश्चर्य में पड़ने की जरूरत नहीं है। सोशल मीडिया का रुख करिए, रोज दंगा होता है। सुबह होते ही एक धड़ा दूसरे पर हमला बोल देता है। ऐसे में दूसरा भी खामोश नहीं रहता, पलटवार करता है। इसमें से हिंदू कौन है और मुसलमान कौन, ये ज्यादा दिमाग लगाने वाली चीज नहीं है। आज के हालात पर ये कहना गलत नहीं है कि सोशल मीडिया के आने के बाद नफरत के उन परिंदों को पंख मिल गए जिनके जीवन का एक ही उद्देश्य है- दूसरे समुदाय को अपशब्द कहना। आज एक ऐसी ही घटना रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि विकास खण्ड से आ रही है जिसमे बस हिन्दू लड़की नेहा रावत की गलती ये थी की उसने अपने मुस्लिम दोस्तों को ईद की बधाई दी थी।
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धर्म के नाम पर राजनीती करने वालों को ये बात नागवार गुजरी फिर क्या था… पहले उन्होंने नेहा रावत को फेसबुक ट्रोल करना शुरू कर दिया और फिर लड़की का नंबर वायरल करके उसे फ़ोन पर भी धमकाया जाने लगा।
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एक महाशय ने लड़की का नंबर भी फेसबुक पे पोस्ट कर दिया और पोस्ट में लिखा ” नंबर मिल गया है वायरल करदो इसको सबक मिलना चाहिये ” पिछले तीन दिनों से फेसबुक पर लगातार लडकी के लिए भद्दी भद्दी और मा बहिन की गालियां दी जा रही हैं। जिसके चलते नेहा बेहद तनाव में है। नेहा ने अपनी फेसबुक आईडी और इंस्टाग्राम आईडी दोनों डिलीट कर दी थी।
हिन्दु युवा वाहनी सहित कई संगठनों के पेजों से लडकी को बहुत ही शर्मनाक कमेंट कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर दर्जनों युवाओ द्वारा पिछले तीन दिनों से इस मामले को न केवल जिहाद से जोडा जा रहा है बल्कि सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने का कार्य किया जा रहा है।
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पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने कहा कि मामला बहुत गम्भीर है। इस प्रकार किसी भी लडकी की निजिता को सार्वजनिक मंच पर बदनाम करना अपराध है। धर्म के नाम पर किसी लडकी का भी उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। सभी लोगों की पहचान की जा रही है जल्दी ही कार्यवाही होगी।ऐसे असामाजिक तत्वों पर पुलिस को सख्त कार्यवाही करनी चाहिए जो इस प्रकार सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न कर रहे हैं। कुछ लोग युवा पीढी को बरगला कर धर्म के नाम पर नफरत फैलाने का कार्य कर रहे है जो युवा पीढी को गर्त में धकेल रही है जिन्हें सही दिशा देने की आवश्यकता है।
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