आयुर्वेद और एलोपैथी को लेकर योग गुरु स्वामी रामदेव और आईएमए इन दिनों आमने-सामने हैं। बाबा रामदेव रोजाना कोई नया बयान दे रहे हैं। वहीँ आईएमए भी लगातार उनके बयानों पर संज्ञान लेते हुए उन्हें जवाब दे रहा है। अब आईएमए ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर में बाबा रामदेव स्वास्थ्य सेवाओं का जिम्मा संभालें। मरीजों का योग और आयुर्वेद के जरिये उपचार किया जाए। आईएमए के प्रदेश सचिव डॉ. अजय खन्ना ने बाबा रामदेव और स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर यह बात कही है।
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उन्होंने कहा कि अगर बाबा ऐसा करने में असमर्थ हैं, तो हमें समय से बता दें। डॉ. अजय खन्ना ने कहा कि बाबा रामदेव के खिलाफ एफआईआर और मानहानि का दावा वापस नहीं लिया गया है। सोशल मीडिया पर तैर रहे इस तरह के मैसेज पूरी तरह गलत हैं। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव खुद ही ऐसी बातें फैला रहे हैं। डॉ. खन्ना ने बताया कि उन्होंने बाबा को पत्र लिखा है कि कोरोना की तीसरी लहर में वे पूरे हेल्थ सिस्टम को संभालें। आयुर्वेद और योग के जरिये मरीजों का उपचार किया जाए।
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हम स्वास्थ्य विभाग को भी लिख रहे हैं कि बाबा से लोगों का उपचार करवाया जाए। हम भी उनका सहयोग करेंगे। अगर तैयार हैं तो बताएं। अगर नहीं है तो हमें बता दें ताकि हम समय से लोगों की जान बचाने का इंतजाम कर सकें। नेचुरोपैथी में पहुंचे लोगों से बातचीत के दौरान रामदेव ने कहा कि वैश्विक महामारी दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी है। जिसके सामने दुनिया के बड़े-बड़े देेश लाचार और धराशायी हो गए। इलाज में एंटीबायोटिक और स्टेरॉयड दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग स्याणा बनकर अस्पताल पहुंचे और मर गए। मेडिकल से जुड़े कई लोग भी मर गए, लेकिन पतंजलि का सेंटर चलाने वाला कोई भी नहीं मरा। बाबा ने कहा कि आने वाले पांच सालों में शोध होगा, आखिर अस्पताल जाने वाले कोरोना से क्यों मरे।