स्वामी माधवाश्रम जी किसी परिचय को मोहताज नहीं है पर फिर भी हम आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि स्वामी माधवाश्रम का जन्म उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के अन्तर्गत आने वाले बेंजी गाँव में हुआ था। बचपन में इनका नाम केशवानन्द था और बात करें इनकी शिक्षा की तो आरम्भिक विद्यालयी शिक्षा के पश्चात इन्होंने हरिद्वार, अम्बाला में सनातन धर्म संस्कृत कॉलेज, वृंदावन में बंशीवट में श्री प्रभुदत्त ब्रह्मचारी जी के आश्रम एवं वाराणसीसमेत देश के विभिन्न स्थानों पर वेदों एवं धर्मशास्त्रों की दीक्षा ली। इसके कुछ समय बाद ही इनकी विद्वता को देखते हुए बड़े बड़े धर्म गुरु चकित हो जाते थे इसके बाद धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी के आशीर्वाद से जगन्नाथ पुरीपीठ के तत्कालीन शंकराचार्य स्वामी निरंजनदेव तीर्थ जी ने इन्हें ज्योतिष्पीठ का शंकराचार्य नियुक्त किया था। इसके उपरान्त वो बद्रीनाथ तीर्थ के समीप जोशीमठ तीर्थ स्थित ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य थे, साल 2017 में स्वामी माधवाश्रम ब्रह्मलीन हो गये थे।
अब उन्हीं की स्मृति में उनके पैतृक गाँव बेंजी में “शंकराचार्य माधवाश्रम स्मृति भवन एवं स्मारक” का निर्माण कार्य प्रारंभ हो किया जा चुका है और ये सारा काम पूरे गाँव के लोग खुद मिलकर कर रहे हैं। जिसमें उनके जीवन के महत्वपूर्ण समयाविधियो की चित्र दीर्घा, साहित्य के साथ उनके दैनिक जीवन की वस्तुओ को संग्रहित किया जा रहा है, इस स्मृति भवन में शंकराचार्य जी की मूर्ति एवं आराध्य माता भगवती की स्थापना भी की जा रही है। स्वामी माधवाश्रम जी अपने जीवनकाल में देश के विभिन्न स्थानो पर रहे तथा उनकी स्मृतियाँ अनेक स्थानो पर विद्यमान रही हैं उनके शिष्य आज भी सनातन धर्म की पताका को आसमान की ऊँचाइयों पर पहुंचा रहे हैं।
रुद्रप्रयाग जिले के गाँव बेंजी में ये सारा काम गाँव के नवयुवकों की देखरेख में किया जा रहा है तो अगर आप भी इस महान कार्य में कुछ सहयोग करना चाहते हैं तो आप भी इनसे संपर्क कर सकते हैं। पूरा गाँव ये चाहता है कि अपील करता है कि शंकराचार्य माधवाश्रम जी द्वारा रचित साहित्य, उनकी प्रयोग की गयी वस्तुऐ अथवा अन्य स्मृतियो को इस स्मृति भवन के लिऐ देने की महति कृपा करे, जो कि उनकी जन्मस्थली में उनके लिऐ यह सच्ची श्रद्धाजंली होगी।
अध्यक्ष कैलाश बेंजवाल, मोबाइल: 9627437278
सचिव दीपक बेंजवाल, मोबाइल: 9536006170
सरपंच बेंजी जगदंबा बेंजवाल, मोबाइल: 9720987619