टिहरी के कीर्तिनगर क्षेत्र के बडियारगढ़ क्षेत्र के चौंरीखाल में बृहस्पतिवार को अनूठा मामला प्रकाश में आया। यहां 108 एंबुलेंस सेवा कर्मचारियों की जागरुकता और समझदारी से एक महिला का न केवल सुरक्षित प्रसव हुआ, बल्कि उसने तीन जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। इससे पहले महिला और उसके परिजनों को काफी परेशान भी होना पड़ा। कर्मचारियों और परिजनों को उसे प्रसव पीड़ा के बीच गांव से सड़क तक लगभग आधा किमी दूर मोबाइल फोन की रोशनी में चारपाई पर लादकर लाना पड़ा। बहरहाल, आखिर में इस मेहनत का अच्छा सिला मिला। महिला और उसके तीनों नवजात जुड़वा बच्चे सभी श्रीनगर बेस अस्पताल में सुरक्षित हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चौंरीखाल निवासी महिला अंजू देवी को बुधवार रात लगभग दस बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इस पर ग्रामीणों ने 108 सेवा को फोन पर सूचना दी। जिसके बाद रात सवा 11 बजे एंबुलेंस में कार्यरत फार्मासिस्ट हिमांशु रावल और चालक महेंद्र गांव पहुंचे। तब तक महिला घर पर ही एक बेटी को जन्म दे चुकी थी। हिमांशु ने नवजात को दवा आदि दी और उसके बाद महिला को गांव में बिजली न होने के कारण परिजन व एंबुलेंस कर्मी मोबाइल फोन की रोशनी दिखाते हुए पैदल चारपाई पर आधा किमी सड़क तक आए और वहां से एंबुलेंस में श्रीनगर बेस अस्पताल लेकर चले।