देहरादून का आईएसबीटी वाईशेप फ्लाईओवर बनकर तैयार हो गया है। एनएच ने पहले तो अप्रैल के आखिरी सप्ताह में इस फ्लाईओवर को जनता के लिए खोलने की तैयारी कर ली थी। हालांकि लोकसभा चुनावों के कारण ये उस वक्त जनता के लिए शुरू नहीं हो पाया था। आईएसबीटी में पहले से ही एक फ्लाईओवर बना है जिसे दो साल से अधिक का समय हो गया है। इसे बनाने के बाद भी आईएसबीटी में जाम की समस्या दूर नहीं हुई थी। आईएसबीटी फ्लाईओवर के डिजाइन के वक्त ही तत्कालीन मेयर विनोद चमोली ने वाईशेप फ्लाईओवर भी साथ में बनाने का सुझाव राष्ट्रीय राजमार्ग को दिया था लेकिन उस वक्त तत्कालीन सरकार ने वाईशेप को मंजूरी नहीं दी।
बाद में तत्कालीन मंत्री दिनेश अग्रवाल ने वाईशेप बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा जिसके बाद वाईशेप को मंजूरी मिली और काम शुरू हुआ। लोनिवि साल 2017 से इस फ्लाईओवर का निर्माण करा रहा था, 595 मीटर लंबे डबल लेन और वन-वे वाले इस फ्लाईओवर पर तकरीबन 29 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। फ्लाईओवर खुलने के बाद जो भी गाड़ियां हरिद्वार हाईवे, रिस्पना, ऋषिकेश, गढ़वाल और कुमाऊं मंडल से देहरादून आएंगी, वो शहर के भीतर दाखिल हुए बिना फ्लाईओवर से सीधे दिल्ली, रुड़की और सहारनपुर के लिए जा सकती हैं।
आइएसबीटी में तैयार हुए वाईशेप फ्लाईओवर का उद्घाटन आज यानी 10 जून को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत करेंगे। इसके बाद फ्लाईओवर पर वाहन फर्राटा भर सकेंगे। इसके लिए लोनिवि राष्ट्रीय राजमार्ग खंड ने सभी तैयारियां कर ली हैं। आचार संहिता खत्म होने के बाद लोनिवि ने फ्लाईओवर के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से समय मांगा और सीएम ने भी उन्हें निराश नहीं किया। सीएम ने 10 जून को फ्लाईओवर का उद्घाटन करने की सहमति दी है। आज सुबह साढ़े दस बजे फ्लाईओवर वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।