भारत का हमेशा से प्रयास रहता है बॉर्डर पर शान्ति बनी रहे और उसके लिए वो शुरू से ही अपने पड़ोसी देशों से बात भी करता रहता है लेकिन ये पड़ोसी हैं कि सुधारने का नाम ही नहीं लेते हैं। जहाँ एक और हमेशा पाकिस्तान भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश करता रहता है वहीँ दूसरी और चीन भी लगातार अपनी सीमाओं का उलंघन करते हुए भारतीय सीमा में घुस आता है। भारत और चीन के संबंधों में सबसे बड़ी तानातानी पिछले साल देखने को मिली थी जब भारत और चीन के मध्य डोकलाम विवाद देखने को मिला था इस दौरान दोनों देशों की सेनायें 72 दिनों तक एक दूसरे के सामने थीं। पर तब भारत ने बड़ी शानदार कूटनीति से चीनी सैनिकों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था।
पर अब लगता है कि चीन उस घटना से कोई सबक नहीं ले रहा है क्यूंकि उसके बाद भी वो लगातार भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश करता रहता है और अब इस बार उसने घुसपैठ की है उत्तराखंड की सीमा में जहाँ वो भारतीय सीमा में 4 किमी अन्दर तक घुस आया था। एक न्यूज़ चैनल के मुताबिक चीनी सेना ने पिछले अगस्त माह में 3 बार चीन से लगी उत्तराखंड के चमोली जिले की सीमा में प्रवेश किया है और ये घुसपैठ हुई है बाड़होती में 6 अगस्त, 14 अगस्त और 15 अगस्त को। इस दौरान चीन की सेना PLA के सैनिक और कुछ सिविलियन, बाराहोती की रिमखिम पोस्ट के नज़दीक दिखाई दिए।
इस रिपोर्ट के अनुसार जहाँ भारत 15 अगस्त को अपनी आजादी का जश्न मना रहा था तो वहीँ दूसरी और चीनी सैनिक भारतीय सीमा में 4 किलोमीटर अन्दर तक घुस आये थे, भारत तिब्बत सीमा पुलिस यानी ITBP के कड़े विरोध के बाद चीनी सैनिकों और नागरिकों को वहां से वापस जाना पड़ा। ख़ास बात ये भी है कि उसी दिन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी 15 अगस्त के मौके पर चमोली जिले के सुदूरवर्ती गाँव गमसाली जा रखे थे जो कि बाड़होती से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उसी 15 अगस्त के दिन चीनी सेना ने अपनी सीमाओं का उलंघन करते हुए भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की पर हमारे जवानों ने उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया और उन्हें वहां से खदेड़कर वापस अपनी सीमा में जाने को मजबूर किया।