भारत में 25 मार्च से लॉकडाउन चल रहा है जहाँ पहले इसकी अवधि 14 अप्रैल थी तो वहीँ अब इसे बढ़ाकर 3 मई कर दिया गया है। देशभर में अप्रैल और मई महीने में सबसे अधिक शादियाँ होती हैं इस बात से हर कोई परिचित है, तो इस बार फिर ऐसा ही था लेकिन पहले कोरोना वायरस और ऊपर से लॉकडाउन ने दूल्हा-दुल्हन के हसीन सपनों पर पानी फिर दिया। अधिकाँश शादियाँ इस दौरान स्थगित की गयी वहीँ कुछ विवाह लॉकडाउन का पालन करते हुए हो भी रही हैं।
इस बीच एक विवाह उत्तराखंड में फिर से चर्चा का विषय बन गया है। बात है 14 अप्रैल की जब उत्तरकाशी से एक बारात प्रशासन से जैसे-तैसे अनुमति लेकर राजधानी देहरादून के डोईवाला आ गई थी। शादी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का अच्छे से ख़याल रखने की कोशिश भी की गयी और इस बीच शादी की रस्में पूरी कर विदा होकर उत्तरकाशी लौटने में बरात विलंब भी हो गया, तो उत्तरकाशी पहुंचने पर जिला प्रशासन ने दूल्हा-दुल्हन और उनके छह परिजनों को 14 दिन के लिए आयुर्वेदिक अस्पताल में क्वारंटीन कर दिया है।
इस बीच बेटी को विदा करने आई उसकी मां को बेटी के साथ आना भारी पड़ गया क्यूंकि माँ को भी क्वारंटीन होना पड़ गया है। तो अब अगले 14 दिन दूल्हा-दुल्हन को अपने परिजनों के साथ क्वारंटीन सेंटर में ही बिताने होंगे। डीएम डा. आशीष चौहान ने बताया कि अप्रैल के पहले हफ्ते से जिले में लौटने वालों को संस्थागत क्वारंटीन में रखा जा रहा है, जिससे जिले में प्रवेश करने वालों की संख्या में कमी आई है। इसमें कतई ढील नहीं दी जा रही है।