कोरोना संकट के इस समय सब जगह से नकारात्मक खबरें ही अधिक आ रही हैं लेकिन इस बीच रुद्रप्रयाग जिले से एक अच्छी खबर सामने आ रही है। चारधाम विकास परियोजना के तहत बदरीनाथ और गौरीकुंड नेशनल हाईवे को जोड़ने करने के लिए रुद्रप्रयाग में 902 मीटर लंबी सुरंग बनने जा रही है। यह सुरंग 200 करोड़ की लागत से बनने वाली है और केंद्र सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने भूमि हस्तांतरण की इजाजत भी दे दी है। अब साल भर के भीतर ही इस सुरंग का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
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कमान अधिकारी, बीआरओ-66 आरसीसी गौचर नागेंद्र कुमार ने बताया कि बीआरओ इसकी डीपीआर भी तैयार कर दे चुका है। पीडब्ल्यूडी के प्रांतीय डिवीजन कार्यालय से आगे जवाड़ी बाईपास से लगे पहाड़ पर यह सुरंग बनने वाली है। इसका दूसरा सिरा रुद्रप्रयाग-चोपता-पोखरी मोटर मार्ग पर बेलणी में आबादी क्षेत्र से कुछ आगे खुलेगा। और फिर सुरंग को ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे से लिंक करने के लिए अलकनंदा नदी पर 190 मीटर लंबा पुल भी बनाया जाएगा। सुरंग बनने से जिला मुख्यालय में केदारनाथ तिराहा, बेलणी पुल और मुख्य बाजार में आए दिन लगने वाले जाम से हमेशा के लिए निजात मिलना तय है। वहीं, नदी के दोनों तरफ बसे गांवों के लोगों की हाईवे तक पहुंच भी आसान हो जाएगी।
बदरीनाथ और गौरीकुंड नेशनल हाईवे को लिंक करने को 2008-09 में सुरंग निर्माण का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। अध्ययन एवं विशेषज्ञों की राय के बाद केंद्र ने 2011-12 में सुरंग के सर्वे को मंजूरी दी थी, इसके बाद वर्ष 2015-16 में तीन चरणों में सर्वे पूरा किया गया था। और अब साल 2020 में सुरंग के निर्माण कार्य को मंजूरी दे दी गयी है।
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