राजस्थान के कोटा से उत्तराखंड के छात्रों की सफल घरवापसी के बाद अगला अभियान था प्रयागराज उत्तरप्रदेश में फंसे 75 छात्रों को वापस लाना। एसडीआरएफ सेनानायक तृप्ति भट्ट के दिशा निर्देशन में संचालित यह अभियान 26 अप्रैल को 2:20 बजे शुरु हुआ था। अभियान में एसडीआरएफ के 06 जवान छात्रों को लेने के लिए देहरादून से प्रयागराज गए थे जिसमें वो उत्तराखंड परिवहन की 04 बसों संग रवाना हुए थे। एसडीआरएफ की ये टीम 27 अप्रैल को 10 बजे प्रयागराज पहुँची। इसके बाद सबसे पहले सभी छात्रों का चिकित्सीय प्रशिक्षण और आवश्यक सेनेटाइजेशन किया गया। सभी छात्रों का तापमान सामान्य पाया गया। सभी को सेनेटाइजर एवम मास्क बांटे गए।
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इसके बाद सभी छात्रों से उनका नाम, पता, मोबाइल नम्बर आदि की डिटेल ली गई। सारी जानकारी के बाद 75 छात्रों को लेकर यह टीम वापस देहरादून के लिए रवाना हुई। टीम सभी छात्रों को लेकर मंगलवार स्प्रोट्स कॉलेज रायपुर देहरादून पहुँच चुकी है। सभी जवानों एवं छात्रों को सुरक्षा की दृष्टि से क्वारंटाइन किया गया है। और अब यहाँ से सभी को उनके गृह जिले में भेजने की तैयारी की जा रही है जहाँ अगले 14 दिनों तक इन सभी को होम क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य होगा। प्रयागराज से देहरादून पहुंचे 75 छात्रों में 68 छात्र देहरादून, 5 छात्र उत्तरकाशी, एवं 1-1 छात्र चमोली एवं टिहरी के निवासी है।
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आपको बता दें प्रदेशभर से अभी सबसे ज्यादा मांग इसी बात की उठ रही है कि जो छात्र अन्य राज्यों में फंसे हैं उन्हें किसी भी तरह वापस उत्तराखंड लाया जाए। जिसके लिए अब सरकार के प्रयास दिखने भी लगे हैं। लेकिन अब वह समय भी आ गया है जब सिर्फ छात्रों को ही नहीं बल्कि उन लोगों पर भी विशेष ध्यान देने की जरुरत है जो किसी भी कारणों से अन्य राज्यों में फंसे हैं। सोशल मीडिया पर लगातार ऐसे विडियो आ रहे हैं जिन्हें देखने पर पता चल रहा है कि इन लोगों के पास अब खाने के लिए भी पैंसे नहीं हैं।