मेरठ में पारिवारिक विवाद में फांसी लगाकर जान देने वाले सिपाही विजय गौड़ ने सुसाइड नोट के जरिए अपना दर्द बयां किया है। पुलिस के अनुसार सिपाही विजय ने सुसाइड नोट में लिखा कि वह अपने माता-पिता व दोनों बच्चों से बहुत प्यार करता है। वह वैवाहिक जीवन से खुश नहीं था। इसी के चलते उसने आत्महत्या का कदम उठाया।
पुलिस के अनुसार एसएसपी दफ्तर में तैनात सिपाही विजय गौड़ पत्नी वंदना और दो बच्चों के साथ गंगानगर डिवाइडर रोड स्थित पनाचे अपार्टमेंट के फ्लैट में रहता था। करीब 15 दिन पूर्व उसका पत्नी से विवाद हुआ था तो बताया गया कि विजय ने फ्लैट में आग लगाने का प्रयास किया था। गंगानगर थाना पुलिस भी मौके पर गयी थी। उसके बाद मामला बिगड़ने पर वंदना बच्चों को लेकर मायके खतौली चली गई थी और खतौली थाने में विजय के खिलाफ शिकायत की थी।
पुलिस के अनुसार परिजनों का आरोप है कि रविवार को खतौली पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया था तो ससुराल वालों द्वारा अभद्रता और गालीगलौज करने से वह अवसाद में आ गया था। रविवार देर शाम विजय फ्लैट पर लौटा था। सोमवार सुबह साथी सिपाहियों व पड़ोसियों ने उसे कॉल की तो रिसीव नहीं हुई। विजय के पिता सुखराम और भाई अशोक एल ब्लॉक गंगानगर में रहते हैं। सूचना पर वे दोनों फ्लैट पर पहुंचे तो वह बंद मिला। बाद में पुलिस ने फ्लैट का दरवाजा तोड़ा तो विजय का शव पंखे पर लटका मिला। एएसपी अखिलेश भदौरिया और इंस्पेक्टर गंगानगर बृजेश शर्मा ने घटनास्थल की फोरेंसिक जांच कराई। पुलिस के अनुसार बताया कि विजय ने रविवार देर रात आत्महत्या कर ली थी।