स्पेशल टास्क फोर्स (कुमाऊं) और पंजाब पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में मुठभेड़ के बाद तीन बदमाशों को काशीपुर से गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुयी। चारों बदमाश पंजाब से फरार होने के बाद गुलजारपुर गांव के एक फार्म हाउस में छिपे हुये थे। पुलिस ने फार्म हाउस मालिक को भी दबोच लिया है। बदमाशों का एक साथी फरार हो गया। आरोपियों पर हत्या, हत्या के प्रयास समेत कई मुकदमे पंजाब में दर्ज हैं। सोमवार शाम को एसटीएफ ओर पंजाब पुलिस की क्राइम कंट्रोल यूनिट की काशीपुर के गुलजारपुर में एक फार्म हाउस में बदमाशों से मुठभेड़ हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने पंजाब के गैंगस्टर संदीप सिंह उर्फ भल्ला शिखू, फतेह सिंह उर्फ युवराज तथा अमनदीप को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान टीम ने उनको शरण देने वाले जगवंत सिंह को भी पकड़ लिया।
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देर शाम एसटीएफ (कुमाऊं) की सीओ पूर्णिंमा गर्ग के नेतृत्व में पंजाब पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने गुलजारपुर निवासी जगवंत सिंह के फार्म हाउस पर दबिश दी। पुलिस को देखते ही अंदर छिपे बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाब में गोलियां चलायीं। करीब आधे घंटे तक कई राउंड फायरिंग के बाद आखिर पुलिस ने तीनों बदमाशों संदीप सिंह, फतेह सिंह, अमनदीप और फार्म मालिक जगवंत सिंह को दबोच लिया। आरोपियों के पास से दो स्वचालित पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुये। वहीं, मौके से एक बदमाश फरार हो गया। पुलिस उसे तलाश रही है।
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औद्योगिक नगरी ऊधमसिंह नगर बदमाशों की शरण स्थली बनते जा रही है। यही कारण है कि यहां बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, पंजाब और हरियाणा तथा उप्र के कुख्यात बदमाशों का आना-जाना लगा हुआ है। आपराधिक वारदात भी बढ़ रही है। ऐसे में जिले में शरण लेने वाले बदमाशों की समय-समय पर पुलिस और एसटीएफ से मुठभेड़ भी होती रहती है। कुमाऊं मंडल के प्रवेश द्वार ऊधमसिंह नगर में सिडकुल स्थापना के बाद से जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हुई। नौकरी की तलाश में बाहरी युवा भी बड़ी संख्या में यहां आए। तेजी से पैसा आया तो शातिर अपराधियों की नजर भी औद्योगिक नगरी पर टिक गई। ऐसे में वह आपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस से बचने के लिए यहां शरण ले रहे हैं। यह उनके लिए सुरक्षित ठिकाना भी बन रहा है।