मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ की तमाम सख्ती के बावजूद कानपुर पुलिस सुधरने का नाम नहीं ले रही है। इस बार कानपुर पुलिस ने जो काम किया है उसके बारे में सुनकर हर कोई हैरान है. इस बार कानपुर पुलिस ने खाकी को शर्मशार करने का काम किया है। कानपुर पुलिस पर भीख मांगकर गुजारा करने वाली दिव्यांग महिला से घूस लेने का आरोप लगा है। पीड़ित महिला ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर रो-रो कर गुहार लगाई है। महिला से उसकी लापता बेटी को खोजने के लिए दरोगा ने गाड़ी में डीजल भरवाने के लिए घूस ली। हालांकि एसएसपी ने मानवता दिखाते हुए अपनी स्कॉट की गाड़ी से महिला को थाने भेजकर पुलिस की कुछ इज्जत बचाने का काम किया।
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यह पूरा मामला कानपुर जिले के थाना चकेरी के सनिगवां गांव का है। इसी चौकी में दरोगा राजपाल सिंह तैनात हैं, जिन पर घूस मांगने का आरोप है। यहां रहने वाली गुड़िया बैसाखी के सहारे चलती हैं और भीख मांगकर गुजारा करती हैं। उनकी 15 साल की बेटी एक महीने से लापता है। दूर के रिश्तेदार पर अगवा करने का आरोप है। गुड़िया की शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी तो दर्ज कर ली, लेकिन वे बेटी की बरामदगी की फरियाद लिए जब भी थाने जातीं तो उन्हें फटकार भगा दिया जाता। एक दिन दरोगा राजपाल सिंह ने गुड़िया से बेटी को तलाशने के एवज में गाड़ी में डीजल भरवाने को बोला। उन्होंने पेशकश मान ली, फिर यह सिलसिला चल पड़ा।
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जब वे बेटी की बरामदगी की बात करतीं तो दरोगा वादा कर देते। मजबूरी में उन्होंने DIG डॉक्टर प्रितिंदर सिंह से गुहार लगाई। गुड़िया का आरोप है कि वे भीख मांगकर अब तक 10 से 12 हजार का डीजल भरवा चुकी है। पीड़ित मां का कहना है कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस तक शिकायत करने गई थीं, लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई। अब DIG ने दरोगा को सस्पेंड कर दिया है। मामले की विभागीय जांच कराई जा रही है। लड़की की बरामदगी के लिए चार टीमें बनाई गई हैं।