वैसे तो हमारे भारत देश में कई मंदिर है और हर मंदिर की अपनी अपनी मान्यता है। वही कई मंदिर सिर्फ अपनी चमत्कार लिए प्रसिद्ध हैं। वही देवो की भूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड में हर दो मिनट की दूरी पर कोई न कोई मंदिर जरूर मिल जाता है। और यहां हर मंदिर की अपनी ही एक अलग महिमा है। आज हम आपको ऐसे ही एक चमत्कारिक मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां हजारों किमी दूर से श्रद्धालु दर्शन करने आते है।
जिस मंदिर के बारे में हम बताने जा रहे है उस मंदिर की एक खास बात है कि इस मंदिर में सिर्फ चिट्ठी भेजने से मुरादें पूरी हो जाती है जिस मंदिर के बारे में हम आपको बता रहे है उसका मंदिर का नाम है गोलू देवता नामक क्षेत्रीय देवता का मंदिर है। जो न सिर्फ उत्तराखंड में ही प्रसिद्ध है बल्कि पुरे देश में प्रसिद्ध है। गोलू देवता का मंदिर अल्मोड़ा और नैनीताल जिलों के बीच में पड़ता है । साथ ही इस मंदिर को इंसाफ का मंदिर भी कहा जाता है । यहाँ भक्त अपनी मुश्किलों के बारे में चिट्ठी या स्टाम्प पेपर पर लिखकर मंदिर में चढ़ा देते है और इस मंदिर को साथ ही साथ घंटी वाला मंदिर भी कहा जाता है ।
गोलू देवता पूरे उत्तराखंड के न्याय के देवता है। गोलू देवता को मूल रूप से गौर भैरव के अवतार के रूप में माना जाता है। जो इंसान हर तरफ से अपनी उम्मीद छोड़ देता है वह गोलू देवता के दरबार में अपनी अर्जी लेकर जाता है और मंदिर में लगी घंटियां काफी साल पुरानी है। और यहां आकर लोग 10 रुपए से लेकर 100 रुपए तक के स्टांप पेपर पर अपनी मनोकामना लिखते है। जब उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है, तब वह यहां आकर घंटे बांधते है।