टिहरी झील पर लगभग डेढ़ दशक से निर्माणाधीन झूला पुल अब बनकर पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इसे देश का सबसे लंबा झूला पुल भी माना जा रहा है। इस पुल से वाहनों की आवाजाही शुरू होने पर टिहरी का प्रतापनगर ब्लाक क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत इसका उद्घाटन पीएम मोदी के हाथों से कराने के पक्ष में हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की तरफ से प्रधानमंत्री कार्यालय से समय मांगा गया है। तो अगर सबकुछ सही रहा तो टिहरी का बहुप्रतीक्षित डोबरा चांटी झूला पुल का उदघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं।
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मुख्यमंत्री कार्यालय से पीएमओ को इस संबंध में चिट्टी भी भेज दी गई है और पीएम मोदी से वक्त मांगा है। राज्य सरकार अब पीएमओ के जवाब के इंतजार में है। पीएमओ से यदि सीएम त्रिवेंद्र को बुलावा मिलता है तो वे नवरात्रों के दौरान दिल्ली जा सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि मोदी सिर्फ डोबरा चांटी झूला पुल का उद्घाटन करने यदि उत्तराखंड आते हैं तो फिर वे इसी दिन सीमावर्ती इलाके का दौरा भी कर सकते हैं, क्योंकि सिर्फ झूला पुल के उदघाटन के लिए उनका आना मुश्किल होगा। पीएमओ उनका उत्तराखंड के बार्डर एरिया का कार्यक्रम भी तय कर सकता है।
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भारत और चीन के बीच काफी महीनों से तनाव चला आ रहा है। ऐसे में मोदी चीन से लगती हुई सीमा पर उत्तरकाशी या चमोली जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में जाकर जवानों का हाल चाल और होंसला बढ़ाने के लिए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को यदि पीएमओ से बुलावा मिलता है तो इस दौरान वे गृह मंत्री और नड्डा से भी मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चाएं भी तेज होने लगी हैं। सीएम त्रिवेंद्र पहले भी कह चुके हैं कि विस्तार से पहले वे गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी चर्चा करेंगे। उधर, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने बताया कि अभी उनकी दोनों नेताओं से इस संबंध में कोई बात नहीं हुई।