देहरादून में बुधवार को प्रॉपर्टी डीलर राजू बॉक्सर उर्फ राजेन्द्र पुंडीर की दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बॉक्सर को दो गोली लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। राजू बॉक्सर सेना में खेल कोटे में भर्ती हुआ था। नेपाल निवासी उसका एक दोस्त भी सेना में बॉक्सर था। एक बार बॉक्सिंग मैच के दौरान उसका हाथ टूट गया था। इसके बाद वह सेना से भाग आया था।
सेना से भाग आने के बाद राजू बॉक्सर की पुलिस से अच्छी दोस्ती हो गई थी। उत्तर प्रदेश के समय में वह पुलिस का मुखबिर बन गया था। वह तमाम थानेदारों का राजदार भी था। लेकिन, देखते ही देखते वह गलत काम करने लगा, जिसके कारण कुछ ही सालों में उसकी गिनती बदमाशों में होने लगी।
सितंबर 2013 तक उसके खिलाफ हत्या, लूट व डकैती के 11 मुकदमे दर्ज हो चुके थे। बताया जाता है कि एक बार वह पुलिस की गोली का शिकार होते-होते रह गया था। इसी हनक में उसने सितंबर 2013 में झगड़े की सूचना पर मौके पर गए दो चीता पुलिसकर्मियों के पेट में चाकू घोंप दिया था। इनमें से एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुआ था। घटना के बाद उसने अपने सेना के जमाने के नेपाली दोस्त के यहां शरण ली थी।
अप्रैल 2014 में वह अपने किसी काम से देहरादून आया तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जमानत पर बाहर आने के बाद वह पूरी तरह से प्रॉपर्टी के धंधे में उतर गया। हालांकि, वर्ष 2014 के बाद उसका किसी अपराध में नाम सामने नहीं आया। बताया जा रहा है कि वर्तमान में वह अपने परिवार से भी अलग रहता था।
अब पुलिस ने बॉक्सर की हत्या के मामले में शूटर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सामने आया कि पार्टनर ने ही प्रॉपर्टी के विवाद में राजू बॉक्सर की हत्या कराई थी। बताया जा रहा है कि प्रॉपर्टी के काम में बॉक्सर अपने पार्टनरों के साथ दगा करता था, जिसके चलते उन्होंने उसे रास्ते हटाने की साजिश रची थी। हत्या करने के बाद आरोपी आईएसबीटी के पास एक निर्माणाधीन फ्लैट में छुप गए थे। पुलिस ने इनके पास से दो पिस्तौल और कारतूस बरामद किए हैं।