21 वर्षीय प्रीति सिंह पुत्री स्वर्गीय अजीत सिंह देहरादून की रहने वाली थी, और वो देहरादून के एक प्रतिष्ठित संसथान से एयरहोस्टेस का कोर्स कर रही थी, बुधवार सुबह से प्रीति का मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था तो उसके करीबी दोस्त और रिश्तेदार परेशान हो गये, उसके बाद दोस्त और रिश्तेदारों ने जब सोतेली माँ मीनू सिंह पर दबाव डाला तो उसने बताया की वो दिल्ली इंटरव्यू देने जा रखी है, पर जब इससे भी रिश्तेदार संतुष्ट नहीं हुए तो सोतेली माँ ने पटेलनगर थाने में बेटी की गुमशुदी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी और साथ ही पुलिस को बताया कि वो खुद ISBT देहरादून अपनी बेटी को छोड़ने आयी थी और रास्ते में जाते जाते 2-3 बार उसकी प्रीति से बात भी हुई थी पर अब उसका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है।
उसके बाद पुलिस ने मामले की खोजबीन शुरू कर दी, और सबसे पहले उन्होंने प्रीति सिंह के मोबाइल की लोकेशन को ट्रेस करना शुरू कर दिया और ये बात सामने निकलकर आयी कि मंगलवार और बुधवार दोनों दिन प्रीति और सोतेली माँ के फोन की लोकेशन एक ही थी, और उसके बाद जब पुलिस ने मीनू से इस बारे में पूछा तो वो पुलिस को गुमराह करके इधर उधर की बातें करने लगी पर जब पुलिस ने थोडा सख्ती दिखायी तो पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया और जब प्रीति की हत्या का मामला और केसे ये हत्या की गयी ये मामला खुला तो सबके पैरों के नीचे की जमीन खिसक गयी।
दरसल ये पूरा मामला जमीन जायदाद को लेकर होने वाली अनबन के बाद हुआ है, प्रीति सिंह अपने पूरी सम्पति की इकलोती वारिस थी, मीनू सिंह काफी समय से मकान बेचना चाहती थी पर प्रीति हमेशा इसके लिए मना करती रही और अब इस सबसे परेशान होकर सोतेली माँ ने अपनी बेटी की हत्या कर दी और हत्या भी इतने बेरहम तरीके से की गयी कि मानवता भी शर्मसार हो जाए| मीनू ने प्रीति के शरीर के खुकरी से तीन टुकड़े किये हुए थे, इससे पहले भी उसने एक बार प्रीति की हत्या की कोशिश की थी और उस समय बेटी के पूरे कमरे में आग लगा दी थी, पर तब प्रीति बच गयी थी पर इस बार हत्यारी माँ के हाथों से उसके कत्ल शायद पहले से ही लिखा हुआ था और पहले सोतेली माँ ने ईटों से मार मार कर बेटी की जान ली और फिर उसके शव को छुपाने के लिए खुकरी से उसके तीन टुकड़े कर दिए और फिर शव को बाथरूम में बोरे में छुपा दिया।