इनदिनों पूरा देश सावन के पवित्र महीने में शिव की भक्ति में डूबा हुआ है। और पूरे देश में अगर बात देवभूमि उत्तराखंड की करैं तो इसकी बात ही अलग है क्यूंकि एक तो देवभूमि भगवान भोलेनाथ का घर है और ऊपर से माँ गंगा भी यहीं से होकर बहती है। भोले का हर भक्त यही चाहता है कि वो अपने प्रिय देव को गंगा जल चढ़ा सके। इसी कड़ी में इन दिनों हरिद्वार और ऋषिकेश में कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है।
इस बार जो ख़ास बात देखने को मिल रही है वह ये कि यात्रा में आस्था और जोश के साथ देशभक्ति की भी झलक देखने को मिल रही है। यही कारण है कि हर तीसरी कांवड़ पर अपने देश का तिरंगा शान से लहरा रहा है। कांवड़ लेने आए विक्की कुमार ने बताया कि वह सुख समृद्धि की कामना के साथ साथ देश की तरक्की के लिए भी कांवड़ लेने आए हैं। इस वजह से तिरंगा उनकी कांवड़ यात्रा का खास हिस्सा है। उनके सभी साथियों ने अपनी कांवड़ पर तिरंगा झंडा लगाया हुआ था।
कांवड़ यात्रा में भक्त भोले का गुणगान करने के साथ साथ भारत माता की जय जैसे नारे लगाकर यात्रा को और ज्यादा जोशीली बना रहे हैं। मुजफ्फरनगर से भी युवा मंगल दल के करीब 25 सदस्य कांवड़ लेने आए हैं। गंतव्य की तरफ रवाना होते से पहले उन्होंने अपनी कांवड़ को तिरंगे झंडे से सजाया। बाजार में दस रुपये से लेकर एक हजार रुपये तक की कीमत के तिरंगे झंडे उपलब्ध हैं। हरिद्वार और ऋषिकेश में शिवभक्त कांवड़ियों के आगमन से मार्गों पर चहुंओर शिव के जयकारों की गूंज है। इंद्रदेव भी भोले के भक्तों का बारिश की फुहारों से स्वागत कर रहे हैं। डीजे की धुन और बारिश की बूंदों के बीच शिवभक्त जमकर थिरक रहे हैं।