अगर आप देहरादून से परिचित हैं तो जब कहा जाता है कि फ्लाईओवर पर एक और मासूम की जान चली गयी है तो जिस फ्लाईओवर का नाम सबसे पहले दिमाग में आता है वो है बल्लीवाला फ्लाईओवर। अब तो इसे देहरादून का ‘खूनी फ्लाईओवर’ भी कहा जाने लगा है क्यूंकि जहाँ एक ओर इसे बने हुए महज 3 साल हो रहे हैं और इतने कम समय में ही अबतक यहाँ 20 लोगों की मौत हो चुकी है। कल यानी 17 मार्च को यहाँ एक और हादसा हो गया है हादसे में एक और बाइकसवार की मौत हो गई है। हादसा मोड़ पर डिवाइडर से मोटरसाइकिल टकराने से हुआ। जिसमें युवक की मौके पर ही मौत हो गई, पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
थानाध्यक्ष वसंत विहार हेमंत खंडूरी ने बताया कि मृतक की पहचान आदित्य रावत पुत्र बलबीर सिंह निवासी इंदिरा नगर कालोनी के रूप में हुई है। वह एक कॉल सेंटर में काम करता था और रात की ड्यूटी के बाद घर लौट रहा था। उसी दौरान उसकी मोटरसाइकिल फ्लाईओवर के मोड़ पर डिवाइडर से टकरा गई। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया पुलिस को मंगलवार देर रात करीब तीन बजे सूचना मिली तो घटनास्थल पर पहुंच गयी थी। यहां से घायल आदित्य को सिनर्जी अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी क्यूंकि वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बल्लीवाला फ्लाईओवर का जबसे उद्घाटन हुआ है उसके बाद से ही दुर्घटनाओं के लिए बदनाम है। इसके उद्घाटन के चंद दिनों के बाद यहां एक बाइक सेफ्टी वॉल से टकरा गई थी और इस पर सवार की मौके पर मौत हो गई। उसके बाद हादसों का सिलसिला जारी है। प्रशासन की ओर से एहतियातन फ्लाईओवर के बीच में डिवाइडर लगाए हैं। बावजूद हादसों में कमी नहीं आ रही है। हाईकोर्ट के आदेश पर लोनिवि ने फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर यहाँ पर एक और डबल लें फ्लाईओवर की संभावना तलाशी है मगर इसके निर्माण पर शासन ने यह कहकर रोक लगा दी कि उनके पास बजट की कमी है।