भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कल यानी शनिवार को देश की जानमानी 54 हस्तियों को पद्म पुरुष्कारों के द्वारा सम्मानित किया। इन 54 हस्तियों में से 3 हस्तियाँ उत्तराखंड से भी हैं जिन्हें पद्म पुरुष्कार मिलने से पूरे उत्तराखंड को गर्व की अनुभूमि हो रही है। पद्म पुरुष्कार लोगों को किसी भी क्षेत्र में उनके द्वारा किये गए विशेष योगदान के लिए दिया जाता है। इस बार पूरे देशभर से पद्म पुरस्कारों के लिए रिकॉर्ड 50000 नामांकन आए थे।
इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली दुनिया की पहली महिला पर्वतारोही उत्तराखण्ड की बेटी बछेंद्री पाल को पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया है। उनके अलावा जागर सम्राट के नाम से विश्वविख्यात उत्तराखण्ड के लोकगायक प्रीतम भरतवाण और उत्तराखंड के मशहूर फोटग्राफर अनूप शाह को भी पद्म श्री से सम्मानित किया गया। अनूप साह दशकों से हिमालय और उसके सौंदर्य, पर्वतारोहण, जैव विविधता धर्म और संस्कृति आदि को अपने कैमरे में कैद करते आए हैं।
अनूप शाह अपनी फोटोग्राफी का लोहा विदेशों तक भी मनवा चुके हैं। अनूप साह द्वारा खींची गई करीब 1500 ऐसी तस्वीरें हैं, जिन्हें विश्व के किसी न किसी मंच पर सराहा गया है। अनूप साह की कैमरे में कैद तस्वीरें कई नेशनल और इंटरनेशनल एग्जीबिशन का हिस्सा बन चुकी है। माउंट एवरेस्ट समेत कई चोटियों को फतह कर चुकीं बछेंद्री पाल मूलत: उत्तरकाशी जिले की निवासी हैं। वहीं, पारंपरिक जागरों को दुनियाभर में पहचान दिलाने वाले जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण मूलत: रायपुर के पास सिल्ला गांव के रहने वाले हैं। अनूप शाह मूल रूप से नैनीताल के रहने वाले हैं।