उत्तरकाशी के नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 28 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों का एक समूह मंगलवार को उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी का डंडा शिखर पर हिमस्खलन में फंस गया। इसके बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद मांगी। सीएम धामी ने एक ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहियों की एक टीम पहले ही बचाव अभियान शुरू कर चुकी है।
एसडीआरएफ ने एवलांच में फंसे 28 में से 10 ट्रैकर्स के शव बरामद कर लिए हैं जबकि 18 लोग अभी भी फंसे हुए है। उन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशव चलाया जा रहा है। आईएएफ अधिकारी ने बताया कि उत्तरकाशी क्षेत्र में बचाव और राहत कार्यों के लिए आईएएफ द्वारा 2 चीता हेलीकॉप्टर तैनात हैं। साथ ही अन्य सभी हेलिकॉप्टरों के बेड़े को किसी भी अन्य आवश्यकता के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है। एसडीआरएफ के द्वारा 8 ट्रैकर्स को बचाया गया जबकि 21 और लोगों को बचाने के प्रयास जारी है। वहीं उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि द्रौपदी के डंडा -2 पर्वत शिखर में हिमस्खलन में फंसे 29 एनआईएम प्रशिक्षुओं में से 8 प्रशिक्षुओं को सुरक्षित बचा लिया गया है। खोज और बचाव के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर तैनात हैं।