देहरादून, [जेएनएन]: प्रदेश के सभी जिलों में अब भवनों के नक्शे ऑनलाइन पास होंगे। इससे नक्शे पास कराने में कम समय लगेगा। इसके लिए जिलों के प्राधिकरणों को संसाधन जुटाने और जल्द इस व्यवस्था को लागू करने को कहा गया है। इसके अलावा राज्य हाईवे के दोनों तरफ दो सौ मीटर का क्षेत्र भी प्राधिकरण में शामिल होने से यहां बनने वाले भवनों के नक्शे पास कराना अनिवार्य हो गया है।
केंद्र सरकार के बहुद्देशीय ईज ऑफ डूइंग बिजनेस कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को उडा (उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण) ने जीएमएस रोड स्थित एक होटल में राज्य स्तरीय जागरूकता कार्यशाला आयोजित की। इस मौके पर विशेषज्ञों ने ऑनलाइन मैप अप्रूवल सिस्टम के लाभ बताते हुए कहा कि इससे मैन पावर कम लगने के साथ ही समय पर नक्शा पास करने में सुविधा रहेगी। इस मौके पर उडा अधिकारियों ने कहा कि दून के बाद अब प्रदेश के सभी जिलों के प्राधिकरणों को ऑनलाइन मैप अप्रूवल सिस्टम लागू करना अनिवार्य कर दिया गया है।
अब प्राधिकरण ऑन लाइन नक्शे पास करेंगे। इस योजना में राज्य हाईवे की सड़क के दोनों तरफ बनने वाले भवन, होटल आदि निर्माण के लिए भी नक्शा पास करना होगा। इसके अलावा क्षेत्र में पालिका, निगम या पंचायतें अब प्राधिकरण क्षेत्र में शामिल होंगे। इस मौके पर मुख्य प्रशासनिक जेएस रावत, नगर नियोजक एसके पंत, प्रशासनिक अधिकारी संजीवन सूंठा, प्लानर एचएस बिष्ट, आर्किटेक्ट प्लानर वाईएस पुंडीर, अमरजीत सिंह, विवेक नेगी, सनी श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
यूनीफाइड बिल्डिंग बायलॉज लागू
प्रदेश भर में यूनीफाइड बिल्डिंग बायलॉज भी लागू कर दिया गया है। वास्तुविदों, मानचित्रकारों और अभियंताओं को इस मॉडल से बनने वाली बिल्डिंग के बारे में बताया गया। कहा गया कि नए निर्माणों के लिए क्लाइमेट रजिस्टेंट कंस्ट्रक्शन जरूरी है। इसके अलावा भवनों का निर्माण वृद्धजनों, बच्चों एवं विकलागों के अनुरूप किया जाना चाहिए।
ग्रीन बिल्डिंग बनाएं
कार्यशाला में विशेषज्ञों ने नए प्रावधानों के तहत ग्रीन बिल्डिंग को विकसित करने पर विशेष जोर दिया। कहा कि ग्र्रीन बिल्डिंग बनने से आस-पास का पर्यावरण सुरक्षित रहेगा। खासकर ऐसे भवनों में पानी को रिसाइकिल किया जा सकेगा।