एक अच्छे शिक्षक का यह गुण होता है की वह हमेशा अपने विद्यार्थी को आशा की तरफ प्रेरित करे, कल्पना शक्ति रुपी दिए को उनके मन में प्रज्वल्लित करे और उन्हें सीखने की ललक को पैदा कर सके। बस इसी पूरे वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं देवभूमि के एक शिक्षक। यहाँ बात हो रही है बागेश्वर जिले के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बचीगांव जो हड़बाड़ गांव में स्थित है जहाँ तैनात हैं शिक्षक संजय सिंह, जबसे उनकी इस विद्यालय में तैनाती हुई है तबसे उस पूरे गाँव और इलाके का माहौल ही बदल गया है, स्कूल में शिक्षा के स्तर में काफी सुधार आया है।
अभिभावकों का कहना है कि प्राथमिक विद्यालय की पढ़ाई का असर है कि आस-पास के निजी विद्यालयों में अपने बच्चों को भेजने की बजाय लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में भेज रहे हैं। ये शिक्षक संजय सिंह की पढ़ाई का असर है कि बच्चे अब हिंदी व गणित के अलावा अंग्रेजी भाषा में भी निपूर्ण हो रहे हैं। अब तक सब कुछ ठीक चल रहा था पर जैसे ही एक खबर यहाँ फैली कि शिक्षक संजय सिंह का यहाँ से ट्रान्सफर हो रहा है, तब से सभी बच्चे और उनके अभिभावक बेचैन हो गये हैं। अब तो बच्चों ने इस बात से दुखी होकर अन्न भी त्याग दिया है जिसके बाद से उनके अभिभावक और भी ज्यादा भड़क गये हैं।
इसके बाद अभिभावकों ने शिक्षक का तबादला रुकवाने के लिए कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और तबादला नहीं रुकने की सूरत में आंदोलन की चेतावनी भी दे दी है। अभिभावकों का कहना है कि जबसे हमारे बच्चों को पता चला है कि शिक्षक का यहाँ से ट्रान्सफर हो रहा है वो बहुत ही ज्यादा निराश और हताश हो गये हैं वो खाना-पीना तक छोड़ चुके हैं और अब कह रहे हैं यदि शिक्षक का तबादला हुआ तो वो स्कूल जाना भी बंद कर देंगे। अब गाँव वालों का कहना है कि शिक्षक का स्थानांतरण किसी भी हाल में रोका जाये यदि स्थानांतरण नहीं रोका गया तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य हो जायेंगे।