पिछले दिनों एक मामला पूरे उत्तराखंड और देश की मीडिया में छाया रहा और खासकर तब जब इसका विडियो सोशल मीडिया पर जारी हो गया था दरसल हुआ ये था कि नैनीताल के रामनगर के प्रसिद्ध गिर्जिया मंदिर में एक प्रेमी जोड़ा बैठा हुआ था जिसमें युवती हिन्दू और युवक मुस्लिम समुदाय से था तो जब ये बात वहां मौजूद कुछ हिन्दू संगठनों को पता चली थी तो उन्होंने मुस्लिम युवक को पीटना शुरू कर दिया था उसके बाद जैसे ही वहां पुलिस मोके पर पहुँची थी तो सब इंस्पेक्टर गगनदीप सिंह ने बड़ी अच्छी तरीके से बीचबचाव करते हुए मुस्लिम युवक को उस भीड़ से बचा लिया था।
इसके बाद गगनदीप सिंह 4 दिन की छुट्टी पर अपने घर जसपुर चले गये थे जिसके बाद सोशल मीडिया पर तमाम तरह की बातें की जाने लगी थी और अब जब उन्होंने वापस अपनी ड्यूटी ज्वाइन की है तो उन्होंने कहा कि गर्जिया मंदिर प्रकरण के बाद छुट्टी पर जाना और लोगों का गलत अफवाहें उड़ाने से वो काफी आहत महसूस कर रहे हैं। उस दिन मंदिर के पास जो हुआ उसे निपटाना उनका कर्तव्य था और उनकी जगह कोई भी दूसरा पुलिस वाला होता तो वो भी यही करता।
अपनी छुट्टी पर उन्होंने कहा कि उनकी छुट्टी पहले से ही मंजूर थी क्यूंकि उनकी बहन अमेरिका से वापस यहाँ घर जसपुर आ रखी थी तो वो अपनी बहन और अपने परिजनों से मिलने छुट्टी पर गये थे। आपको बता दें कि वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने पर एसएसपी नैनीताल ने सब इंस्पेक्टर गगनदीप सिंह को 2500 रुपये इनाम दिया था और वहीँ आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश भी दिए थे।