जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में बीते रविवार को शहीद हुए तीर्थनगरी निवासी जांबाज लांसनायक प्रदीप सिंह रावत का पार्थिव शरीर सोमवार शाम सैन्य सम्मान के साथ उनके घर लाया गया। तिरंगे में लिपटे शहीद बेटे का पार्थिव शरीर देखते ही मां डुग्गी देवी बिलख पड़ीं और बोलीं मेरा बेटा मरा नहीं अमर हो गया है…। वहीं शहीद की पत्नी नीलम रावत और बहनें अनीता, सुषमा व विनीता फूट-फूटकर रो पड़ीं।
रायवाला छावनी के सैन्य वाहन से शहीद प्रदीप सिंह रावत (28) का पार्थिव शरीर सोमवार शाम करीब छह बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट से गंगानगर स्थित आवास पर लाया गया। सैन्य वाहन के पहुंचते ही शहीद को नमन करने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग घर पहुंचे थे। वाहन से पार्थिव शरीर उतारने के दौरान मौजूद लोगों ने पाकिस्तान के मुर्दाबाद और शहीद प्रदीप रावत अमर रहे के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस मौके पर पहुंचे मेजर राहुल मिश्रा व अन्य सैनिकों ने गमगीन परिवार को किसी तरह से ढाढ़स बंधाया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, एम्स के निदेशक प्रोफेसर डॉ. रवि कांत, नायब तहसीलदार केडी जोशी, कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी, अनीता ममगाईं, कविता शाह, सरोज डिमरी समेत बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने शहीद प्रदीप को श्रद्धांजलि दी।