सहसपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत टिप्परपुर गांव में युवक ने पत्नी के साथ जंगल में फांसी लगाकर जान दे दी। युवक राहत केंद्र से गायब था। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस के अनुसार, अशोक (22) और रज्जू (18) की शादी तीन महीने पहले हुई थी। शादी के बाद ही अशोक नौकरी करने के लिए पंजाब चला गया था। लॉकडाउन के दौरान वह कुछ दिन पहले ही घर लौटा था।
मगर, गांववालों ने बाहर से आने वाले लोगों को प्रवेश नहीं आने दिया, जिसके चलते अशोक गांव के 37 लोगों के साथ राहत केंद्र में रह रहा था। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम ने 37 लोगों का परीक्षण किया। इस दौरान पता चला कि राहत केंद्र में एक आदमी कम है। जांच की गई तो पता चला कि अशोक गायब है। यह भी पता चला कि वह मंगलवार रात को ही राहत केंद्र से गायब हो गया था। वहां अशोक से मिलने पत्नी रज्जू आई थी।
फिर दोनों वहां से निकले और जंगल जाकर फांसी लगा दी। इससे पहले दोनों ने अपने परिजनों के नाम ग्राम प्रधान को व्हाट्सएप करके इस बारे में जानकारी दे दी थी। उन्होंने लिखा था कि ‘हम स्वेच्छा से आत्महत्या कर रहे हैं। आप दुखी मत होना और हमसे नाराज मत होना।’ इधर, सीओ विकासनगर वीएस धौनी ने बताया कि प्रथमदृष्टया यह मामला खुदकुशी का है। हर पहलु की बारीकी से जांच की जा रही है। फिलहाल शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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