रुड़की के कोरोना राहत कैंप में रुके एक 48 वर्षीय मजदूर की मौत का मामला सामने आया है। बताया गया है कि वह सुबह के लगभग 8:30 बजे टहल रहा था। इसी बीच उसके सीने में दर्द होने लगा और उसके बाद उसकी मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मजदूर अलीगढ का निवासी है और देहरादून में मजदूरी का काम करता था। मजदुर 2 अप्रैल को 35 लोगों के साथ रुड़की के शेरपुर स्थित वेदांतम में बनाए गए राहत कैंप में आया था। मौत का कारण अभी हार्ट अटैक माना जा रहा है, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
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पीएम मोदी ने लॉकडाउन पार्ट 2 में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाए पर जोर दिया है, जिसके बाद से उत्तराखंड सरकार ने आदेश जारी क्र दिया है की लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर कड़ी कारवाई की जाएगी। इसी के तहत रुड़की में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने रुड़की के सत्ती, बन्दा, रामपुर, गणेशपुर, मिलिट्री चौक, ढंडेरा से होते हुए लंढोरा तक फ्लैग मार्च निकाला। जिसे देखकर लोग सहम गए। लोगों ने घरों के दरवाजे बंद कर लिए और छत से फ्लैग मार्च देखने लगे।
एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि शहर में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात रहेगी। अगर कोई लॉकडाउन का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी।